महाराष्ट्र की राजनीति इस वक्त काफी गर्माई हुई है। इसकी वजह है केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का एक बयान, जो उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर दिया। नारायणे राणे के बयान पर बीते दिन महाराष्ट्र में काफी हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। उनके बयान को लेकर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद नारायणे राणे की गिरफ्तारी हुई और फिर देर रात तक उनको जमानत भी मिल गई।
नारायणे राणे की गिरफ्तारी पर मचा बवाल अब तक खत्म नहीं हुआ। वार पलटवार का दौर अभी भी जारी है। दरअसल नारायण राणे ने अपने एक बयान में सीएम उद्धव ठाकरे को ‘थप्पड़ मारने’ की बात कह दी थी, जिस पर ये पूरा बवाल खड़ा हुआ।
2018 का बयान आया सुर्खियों में…
वहीं इस बीच उद्धव ठाकरे का एक पुराना बयान सुर्खियों में, जिसमें उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘चप्पल’ मारने की बात कही थी। ये बात तीन साल पुरानी यानी 2018 की है। ये वो वक्त था जब राज्य में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार थी। तब उद्धव ठाकरे ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माला चढ़ाते वक्त योगी के खड़ाऊं पहनने पर नाराजगी जाहिर की थी।
इस दौरान एक बयान देते हुए उन्होंने कहा था कि शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते वक्त योगी आदित्यनाथ ने खड़ाऊं पहने हुए थे, ऐसा करके उन्होंने शिवाजी का अपमान किया। ठाकरे ने आगे कहा था कि ये योगी तो गैस के गुब्बारे की तरह है, जो केवल हवा में ही उड़ता रहता हैा आया और सीधा चप्पल पहनकर महाराज के पास चला गया। मन कर रहा था उसी चप्पल से उसे मारूं।’
तब योगी ने दिया था ये जवाब
तब उनके इस बयान ने तूल पकड़ा तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से भी इस पर प्रतिक्रिया दी गई। तब योगी ने कहा था कि ‘मेरे अंदर उनसे कहीं ज्यादा शिष्टाचार है, मुझे श्रद्धांजलि देना आता है। इस पर मुझे उनसे कुछ सीखने की जरूरत नहीं।’
नारायण राणे का पूरा बयान क्या था?
वहीं बात अब नारायण राणे के उस बयान की करें जिस पर पूरा बवाल मचा हुआ है। सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ जिले में केंद्रीय मंत्री ने बयान दियाथा। उन्होंने कहा था कि ये शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को ये नहीं मालूम कि आजादी को कितने साल हुए। भाषण के दौरान वो पीछे मुड़कर इसके बारे में पूछते हुए दिखाई दिए। अगर मैं वहां पर होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।
नारायणे राणे के इस बयान पर उनको गिरफ्तार करने के चलते लोग सीएम उद्धव ठाकरे को उनका योगी आदित्यनाथ को लेकर दिया ये बयान याद दिला रहे हैं। तब उद्धव ठाकरे ने भी एक राज्य के सीएम के लिए अमर्यादित बात कही थी, लेकिन मामला इतना बढ़ा नहीं था। अब तो नारायणे राणे के बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया।