पश्चिम बंगाल चुनावों में बीजेपी सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। बीजेपी चुनावों में ममता बनर्जी को हारने के लिए और राज्य की सत्ता कब्जाने के लिए पूरा दमखम लगा रही है। इसके चलते तृणमूल कांग्रेस में अब बैचेनी देखने को मिल रही है। बीते दिन बुधवार को ही बीजेपी के खिलाफ लड़ने के लिए TMC ने वाम मोर्चा और कांग्रेस से ममता बनर्जी का साथ देने को कहा।
लेकिन दोनों ही पार्टियों ने TMC के इस ऑफर को ठुकरा दिया। इस पेशकश के बाद कांग्रेस पार्टी ने कह दिया कि TMC बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में गठबंधन करने की जगह अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लें।
TMC ने की ये पेशकश
दरअसल, बीजेपी बंगाल में मजबूती से उभर रही है। जिसके चलते TMC की मुश्किलें आने वाले विधानसभा चुनाव में बढ़ने की संभावना है। इसी वजह से TMC के वरिष्ठ सासंद सौगत रॉय ने कहा था कि अगर वाम मोर्चा और कांग्रेस सच में बीजेपी के खिलाफ हैं, तो उनको भगवा दल की सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए। ममता बनर्जी ही बीजेपी के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा हैं।’
‘कांग्रेस में कर लें अपनी पार्टी का विलय’
TMC के इस प्रस्ताव बंगाल के कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर बीजेपी राज्य में मजबूत हो रही है, तो उसकी वजह TMC ही है। वो बोले कि हमें TMC के साथ गठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं। 10 सालों से हमारे विधायक खरीदने के बाद TMC अब हमारी पार्टी के साथ गठबंधन क्यों करना चाहती हैं। ममता बनर्जी अगर बीजेपी के खिलाफ लड़ना चाहती हैं, तो उनको कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए। क्योंकि वही सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र देशव्यापी मंच है।’
‘बीजेपी और TMC को चुनाव में हराएंगें’
बता दें कि ममता बनर्जी ने 1998 में कांग्रेस से अलग होकर TMC की स्थापना की थी। TMC के इस ऑफर पर CPM के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने हैरानी जताई। उन्होनें कहा कि TMC ने राज्य में वाम मोर्चा और कांग्रेस को नगण्य राजनीतिक बल करार दिया था और अब वो गठबंधन के लिए बेकरार हो रहे हैं। सुजान चक्रवर्ती ने ये भी कहा कि बीजेपी भी वाम मोर्चा को लुभाने की कोशिश कर रही है। वो बोले की इससे पता चलता है कि वाम मोर्चा अभी भी महत्वपूर्ण है। कांग्रेस और वाम मोर्चा मिलकर बंगाल चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों को हराएंगे।
‘अकेले बीजेपी से नहीं लड़ सकती TMC’
वहीं इसको लेकर बीजेपी की तरफ से भी TMC पर तंज कसा गया है। बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि TMC की ये पेशकश उनकी ‘हताशा’ दर्शाती है। उन्होनें कहा कि वो (TMC) हमसे अकेले नहीं लड़ सके, इसलिए दूसरे दलों का साथ मांग रहे हैं। जिससे यही पता चलता है कि बीजेपी ही TMC का एकमात्र विकल्प है।’