पश्चिम बंगाल में आगामी कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। खबरों के मुताबिक आने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस…सीपीएम और कांग्रेस के साथ में मिलकर चुनाव लड़ सकती है।
टीएमसी नेता और ममता सरकार में मंत्री पद पर काम कर रहे तापस रॉय (Tapas Roy) के बयान कुछ ऐसे ही संदेश देते दिख रहे हैं। ममता के मंत्री के इस बयान से प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में हलचलें काफी तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि चुनाव से पहले टीएमसी डर गई है। वहीं, बीजेपी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि टीएमसी ने चुनाव से पहले ही हार स्वीकार कर लिया है।
टीएमसी नेता का पूरा बयान
तापस रॉय (Tapas Roy) ने कहा, ‘कांग्रेसी और वामपंथी बीजेपी को नहीं रोक सकते। कांग्रेस और वाम दल अकेले नहीं लड़ सकते, इसलिए वे एक साथ आए हैं। बंगाल में सिर्फ ममता ही हैं, जो बीजेपी को रोक सकती हैं। मैं कांग्रेसियों और वामपंथी पार्टी के नेताओं से कहना चाहता हूं कि अरूप खान आपके जुलूस में शामिल होंगे। अगर वाममोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा विरोधी हैं, तो उन्हें भगवा पार्टी की सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ ममता बनर्जी की लड़ाई में सहयोग करना चाहिए।‘
हताश हो गई है टीएमसी
टीएमसी नेता के बयान पर कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा है कि लगता है डर गई है टीएमसी। वहीं, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को टक्कर देने का दावा करने वाली बीजेपी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि ‘यह टीएमसी की हताशा को भी साबित करता है। वे अपने दम पर हमारे खिलाफ नहीं लड़ सकते हैं, इसलिए वे अन्य दलों से मदद मांग रहे हैं। इससे यह भी साबित होता है कि भाजपा टीएमसी के सामने एकमात्र विकल्प है।‘
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि टीएमसी ने चुनाव से पहले ही हार स्वीकार कर ली है और इसीलिए अब दूसरे दलों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।
बीजेपी कर रही 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा
बता दें, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में मात्र 3 सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी इस बार ममता बनर्जी को टक्कर देने की बात कर रही है। बीजेपी के नेता 293 विधानसभा सीटों वाले बंगाल में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस और सीपीएम साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली है। वहीं, ममता बनर्जी प्रदेश के विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) में अपने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिशों में लगी है। पिछले चुनाव में टीएमसी ने 211 सीटों पर जीत हासिल किया था।