पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचले काफी तेज हो गई है। देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ममता बनर्जी शासित टीएमसी को टक्कर देने की तैयारियों में लगी हुई है।
अभी तक TMC के लगभग 20 विधायक और सांसद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। पिछले दिनों इसमें एक नाम और जुड़ गया। टीएमसी के राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी (Dinesh Trivedi) ने यह कहकर राज्यसभा की सदस्यता और टीएमसी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया कि उन्हें पार्टी में घुटन हो रही है।
जिसके बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच टीएमसी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने दिनेश त्रिवेदी को निशाने पर लिया है और उन्हें गद्दार करार दिया है।
जमीनी नेता नहीं थे दिनेश त्रिवेदी
TMC नेता मदन मित्रा (Madan Mitra) ने कहा, ममता बनर्जी ने दिनेश त्रिवेदी को सबकुछ दिया, बस उन्हें नोबल प्राइज देना रह गया था। मदन मित्रा ने दिनेश त्रिवेदी (Dinesh Trivedi) को ‘गद्दार’ कहते हुए कहा कि पूर्व रेल मंत्री लोकसभा चुनाव हार गए और इसके बावजूद बनर्जी ने उन्हें तृणमूल सांसद बनाकर राज्यसभा भेजा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता टीएमसी छोड़ रहे हैं लेकिन इससे पार्टी प्रभावित नहीं होगी।
दूसरी ओर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने दिनेश त्रिवेदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह कभी जमीनी नेता नहीं रहे। लोकसभा चुनाव हारने के बाद उन्हें ममता बनर्जी ने राज्यसभा में भेजा था। तृणमूल कांग्रेस का मतलब जमीनी होता है। उनके इस्तीफे से पार्टी के अन्य जमीनी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।’
त्रिवेदी ने पीएम मोदी और अमित शाह को बताया अच्छा दोस्त
बता दें, दिनेश त्रिवेदी ने बीते दिन शुक्रवार को राज्यसभा से इस्तीफे की घोषणा कर सबको चौंका दिया। उन्होंने कहा वह घुटन महसूस कर रहे हैं क्योंकि वह पश्चिम बंगाल में हिंसा को रोकने के लिए कुछ भी करने में सक्षम नहीं थे। वहीं, बीजेपी में शामिल होने की बात को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह उनके अच्छे दोस्त हैं।
बीते दिन दिनेश त्रिवेदी ने कहा, ‘मैं कभी भी बीजेपी में जा सकता हूं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यदि वह मेरा स्वागत कर रहे हैं, जैसा कि मैंने सुना है तो मेरे लिए यह खुशी की बात है। यदि हर जगह उन्हें लोग स्वीकार कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि देश के लिए वह कुछ अच्छा कर रहे हैं।‘