पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर समाने आई है और ये खबर प्रवर्तन निदेशालय ईडी से जुडी हुई है. दरअसल,पश्चिम बंगाल में कोरोना के दौरान कथित तौर पर हुए हजारों करोड़ रुपए के राशन घोटाले को लेकर ED ने बड़ी कारवाई की. ED ने पश्चिम बंगाल की उत्तर 24 परगना जिले के संदेशाली में शुक्रवार (5 जनवरी) को रेड डाली और इस रेड के दौरान उनके ऊपर हमला हो गया. वहीं अब इस मामले के बीच TMC नेता शंकर अध्य को गिरफ्तार किया है और जांच एजेंसी ने शुक्रवार को भी एक अन्य आरोपी TMC नेता शेख शाहजहां को भी गिरफ्तार किया था.
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ईडी अधिकारियों और सीआईएसएफ पर हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में कई लोकेशन पर छापेमारी करने गई थी. वहीं जब ईडी की टीम इसी घोटाले के सिलसिले में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर पर ईडी की टीम रेड मारने के लिए पहुंची थी, तभी उन पर हमला हो गया और ये हमला स्थानीय लोगों और टीएमसी कार्यकर्ताओं ने किया. स्थानीय लोगों और टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ईडी अधिकारियों और सीआईएसएफ पर हमला किया साथ ही सीआईएसएफ के वाहनों को भी निशाना बनाया.
हमले के बाद ED ने दिया बयान
रिपोर्ट के अनुसार, रेड के दौरान स्थानीय लोगों और टीएमसी कार्यकर्ताओं की 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने अधिकारियों और सीआईएसएफ के जवानों को घेर लिया. भीड़ ने सरकारी अधिकारियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की और कई लोगों को घायल कर दिया. ED ने शुक्रवार रात हमले को लेकर बयान जारी किया. जांच एजेंसी ने सोशल प्लेटफॉर्म X पर बताया- करीब 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने हत्या करने के इरादे से हमला किया था. भीड़ के पास लाठियां, पत्थर, ईंट जैसे हथियार थे. हमले में 3 अधिकारियों को गंभीर चोटें आई हैं. फिलहाल उनका इलाज जारी है. वहीं अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, कैश और वॉलेट (पर्स) भी छीन लिए. इसके अलावा उनके वाहनों को भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया.
बीजेपी ने उठाए सवाल
वहीं ईडी की टीम पर हुए हमले को लेकर बीजेपी के पश्चिम बंगाल यूनिट के प्रमुख सुकंता मजूमदार ने कहा कि ये घटना दिखाती है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘इन सभी के खिलाफ शिकायत और भ्रष्टाचार का आरोप है. स्वाभाविक है कि प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई करेगा. यह हमला दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं.’
15 ठिकानों पर हुई छापेमारी
ED ने 5 जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में राज्य में 15 ठिकानों पर छापा मारा था। टीम नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां और शंकर अध्य के घर भी रेड डालने गई थी। इस दौरान उन पर इन नेताओं के समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था. शंकर के घर और ससुराल में भी शुक्रवार को रेड मारी गई थी। इस दौरान टीएमसी नेता के घर से साढ़े आठ लाख रुपए के साथ कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए.
जानिए क्या है राशन घोटाला
मिली जानकारी के अनुसार, ये राशन घोटाला कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान हुआ. उस वक्त ज्योतिप्रिय मलिक खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री थे. ED के मुताबिक़, ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी और बिजनेसमैन बकीबुर रहमान रहमान ने राशन डिस्ट्रीब्यूटर्स को सप्लाई किए जाने वाले चावल और गेहूं को खुले बाजार में बेच दिया था। जिन्हें 14 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया गया. वहीं ED ने बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद 26 अक्टूबर को ज्योतिप्रिय मलिक के ठिकानों पर रेड की। उअर 27 अक्टूबर को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं इसके बाद इस मामले में आगे जाँच हुई और अब ED इस मामले में रेड मार रही है.