भारत में कोरोना के कहर के दौरान ही देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। चुनाव समाप्ति के बाद तो मानों दूसरी लहर ने रफ्तार ही पकड़ ली हो। हर रोज कई लाख नए मामले सामने आ रहे थे और संक्रमण के कारण हजारों लोगों की मौते हो रही थी। पश्चिम बंगाल में भी 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हुए।
बीजेपी, तृणमूल समेत तमाम पार्टियों के नेताओं ने जमकर चुनाव प्रचार किया। कई मौके पर बीजेपी के दिग्गज नेता बिना मास्क के भी नजर आए थे। मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल में कोरोना के मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है।
इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में कोविड महामारी के दौरान बड़ी चुनावी रैलियां करने और ‘‘लोगों की जान खतरे में डालने’’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की मांग की है।
अभिषेक बनर्जी ने बोला हमला
तृणमूल कांग्रेय युवा इकाई के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने कहा, आपदा प्रबंधन कानून महामारी के बीत राज्य में आठ चरणों में चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग के खिलाफ और उस दौरान चुनाव प्रचार करने को लेकर उनकी पार्टी समेत सभी राजनीतिक दलों के विरुद्ध भी लगाया जाना चाहिए।
यास चक्रवात के कारण दक्षिण 24 परगना जिले के प्रभावित इलाकों का दौरान करने के बाद अभिषेक बनर्जी ने यह बात कही। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को केंद्र की ओर से भेजे गए ‘कारण बताओ’ नोटिस का जिक्र करते हुए प्रतिक्रिया दी है। बंदोपाध्याय ने प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। उन्हें आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत नोटिस भेजा गया है।
अलपन बंदोपाध्याय को लेकर दी प्रतिक्रिया
टीएमसी सांसद ने कहा, ‘अगर अलपन बंदोपाध्याय (जो कोविड प्रबंधन व चक्रवात प्रभावित लोगों के पुनर्वास से जुड़े कई कार्यबलों का नेतृत्व कर रहे थे) को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत नोटिस जारी किया गया है तो क्यों न यह कानून प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के विरुद्ध कोविड के मामले बढ़ने के दौरान बड़ी रैलियां करने और लोगों की जान खतरे में डालने पर लगाया जाना चाहिए।‘
शुभेंदु अधिकारी ने लगाया आरोप
अभिषेक बनर्जी ने चुनावी रैली में पीएम मोदी द्वारा दिए गए उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने भीड़ देखकर कहा था कि वह बहुत खुश है। टीएमसी नेता उस बयान का जिक्र करते हुए कहा, ‘याद करिए कि प्रधानमंत्री ने एक चुनावी सभा में कहा कि इतनी भीड़ देखकर वह बहुत खुश हैं। उन्होंने जब यह बात कही थी तब कोविड-19 के मामले बढ़ रहे थे।’
बता दें, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बीते दिन बुधवार को आरोप लगया कि ममता बनर्जी सरकार राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को बचा रही है, क्योंकि वह राज्य में कोविड-19 प्रबंधन संबंधी तृणमूल कांग्रेस सरकार की अनियमितताओं के बारे में जानते हैं।