पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के बाद से ही प्रदेश की सियासी गलियारों में हलचले काफी तेज हो गई है। टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कई नेता चुनाव के बाद वापसी के फिराक में है। खबरों के मुताबिक बीजेपी के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर वापसी की गुहार लगाई है।
बीते दिनों टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय ने अपनी ही पार्टी को निशाने पर लिया था। इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस की युवा ईकाई के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी नेता मुकुल रॉय की बीबी से मुकालात की है। जिसके बाद बंगाल के सियासत में एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इस बात की अटकलें तेज हो गई है कि मुकुल रॉय की टीएमसी में वापसी हो सकती है।
जानें क्या है मामला?
बीते दिन बुधवार को अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की बीमार बीबी से मुलाकात की। मुकुल रॉय की बीबी कृष्णा रॉय कोलकाता के एक निजी अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रही है। अभिषेक बनर्जी ने निजी अस्पताल में लगभग 10 मिनट बिताए। इस मुलाकात को लेकर टीएमसी नेताओं का कहना है कि यह एक शिष्टाचार मुकालात थी।
पिछले दिनों मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय ने अपनी ही पार्टी को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि जनता का समर्थन प्राप्त कर आई सरकार की आलोचना करने स पहले खुद का आत्मनिरीक्षण करने की जरुरत है। टीएमसी नेता रह चुके शुभ्रांशु रॉय ने साल 2019 में बीजेपी का दामन थामा था। इस चुनाव में बीजेपी ने उन्हें बिजपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था लेकिन उन्हें करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
टीएमसी के दिग्गज नेता रह चुके हैं मुकुल रॉय
बताते चले कि कभी टीएमसी के नंबर 2 के नेता कहे जाने वाले मुकुल रॉय ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके साथ-साथ कई टीएमसी नेता भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। बीजेपी ने साल 2019 लोकसभा चुनाव में बंगाल के लिए मुकुल रॉय को चुनावी रणनीतिकार बनाया था।
उस चुनाव में बीजेपी को राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी इसी तरह की कुछ करिश्में की उम्मीद लगाए बैठी थी लेकिन इस चुनाव में पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में बीजेपी को 77 सीटों पर जीत मिली। जबकि ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने 213 सीटों पर कब्जा जमाया।