पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लग गई है। प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अंदरुनी कलह जारी है। कैप्टन और सिद्धू का गुट आमने सामने हैं।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे पर ही चुनावी दंगल में उतरने की तैयारी में है।
वहीं, प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है। आप पार्टी पंजाब चुनाव 2022 में जीत हासिल कर सरकार बनाने के सपने देख रही है तो वहीं, दूसरी ओर पार्टी के 3 विधायकों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
AAP के इन विधायकों ने थामा कांग्रेस का हाथ
बीते दिन गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल खैहरा, पिरमल सिंह और जगदेव सिंह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस में शामिल हुए विधायक सुखपाल खैहरा पहले भी कांग्रेस विधायक रह चुके हैं।
साल 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर आप पार्टी का दामन थामा था। आप की टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा भुलत्थ विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। लेकिन अब वह फिर से कांग्रेस पार्टी में लौट चुके हैं।
बताया जा रहा है कि सुखपाल खैहरा के साथ-साथ आप पार्टी के दो अन्य विधायकों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के पीछे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का हाथ है। लेकिन इसके लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह को विश्वास में लिया गया है।
पंजाब कांग्रेस में जारी है आंतरिक कलह
बता दें, पंजाब की सियासत में काफी पहले से ही बवाल मचा हुआ है। कांग्रसे के दिग्गज नेता नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रहा शीत वॉर अब सार्वजनिक रुप से उभरकर सामने आ गया है।
पंजाब कांग्रेस में जारी इस भीतरी कलह को निपटाने के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कदम बढ़ा दिए है। पार्टी आलाकमान ने इस कलह को निपटाने के लिए कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं की कमेटी बनाई है। यह कमेटी पिछले तीन दिन से सभी विधायकों और सांसदों से भी मिल चुकी है। गुरुवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह को तलब किया गया था।
पंजाब चुनाव 2017 की रिपोर्ट
गौरतलब है कि 117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में अगले साल की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस पार्टी को 80 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, आम आदमी पार्टी को 16, अकाली दल को 14, बीजेपी को 2 और एलआईपी को 2 सीटों पर जीत मिली थी।
उस चुनाव में आम आमदी पार्टी प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में वापसी करने की कोशिश करेंगी तो वहीं अन्य विपक्षी पार्टियां अपनी संख्याबल बढ़ाने की कोशिश कर सकती हैं।