ये लोग भी करते हैं बागेश्वर धाम महाराज के जैसे चमत्कार
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई दिनों से अपने चमत्कार को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. दरअसल, बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में दुखी, परेशान या भूत प्रेत से पीड़ित व्यक्ति यहां आते हैं और उन्हें यहां पर हर समस्या से आराम मिल जाता है. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Bageshwar Dham Maharaj Dhirendra Krishna Shastri) जी कागज पर किसी के बिना बताए ही मन की बात एक पर्चे पर लिख देते हैं. इसी के साथ वो इस दुख से कैसे निजात पाए इस बात की जानकारी भी देते हैं. वहीं इस चमत्कार की वजह से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चर्चा के विषय बने हुए हैं. इसी बीच इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के जैसे ही कुछ लोग हैं जो उन्ही के जैसे चमत्कार करते हैं साथ ही उन्होंने बागेश्वर धाम के महाराज को चैलेंज भी किया है.
सुहानी शाह
जिस तरह महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों के मन की बात को पढ़ लेते हैं उसी तरह सुहानी (suhani) भी मन की बात को पढ़ लेती है। सुहानी बाबा की तरह कार्ड से पर्चे पर लिख देती है. सुहानी माइंड रीडर (suhani mind reader) और राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (udhaypur) की रहने वाली है। वहीं बाबा के चमत्कार को लेकर सुहानी ने बताया है कि यह कोई चमत्कार नहीं है। यह ट्रिक है. बागेश्वर धाम महाराज पर डिबेट के दौरान शिवानी साह ने एक चैनल पर महिला एंकर को कहा कि आप किसी भी बचपन के दोस्त के बारे में सोचिए। एंकर अपने दोस्त के बारे में सोचने लगी. इसी दौरान बोर्ड पर शिवानी उस दोस्त का नाम लिख लिया दिया. जिसकी देखकर एंकर हैरान हो गयी.
शनि भक्त मनू भैया
इसी बीच दिल्ली से सटे नजफगढ़ (Najafgarh) में भी बागेश्वर धाम के महाराज की जैसे शनि भक्त मनू भैया (shani bhakt manu bhaiya) भी भूत-प्रेत दूर करने का धाम चला रहे हैं. जिस तरह बागेश्वर धाम के महाराज किसी के ऊपर आए भूत को बाला जी का आशीर्वाद देते हुए दूर करते हैं उसी तरह शनि भक्त मनू भैया भी भूत-प्रेत की बाधा दूर करते हैं. 42 वर्षीय मनू के बच्चे और पत्नी इस धाम से थोड़ी दूर बने घर में रहते हैं. वहीं मनू से ‘मनू भैया’ बनने के अपने सफर के बारे में वो बताते हैं, ‘मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से आर्ट्स और कॉमर्स की पढ़ाई कर चुका हूं. मुझे 2004 के आसपास ज्ञान का अनुभव हुआ था और मेरे माथे में दो प्रकाश की लाइनें प्रवेश की थीं. मैंने कई बार 40 दिनों की तपस्या की थी. 4 साल पहले ही मैंने लोगों की सेवा करनी शुरू की.’ इस पंडाल में दुर्गा मां के साथ-साथ यीशू, मस्जिद और सिक्खों के धार्मिक गुरुओं की तस्वीरें लगी हुई हैं. मनू कहते हैं, ‘भगवान सबका एक ही है और भूत भी सारे एक ही हैं.
नींबू वाले बाबा
इसी तरह बाबाजी भूत के नाम से मशहूर यूपी के चंदौली में बाबा का भूत उतारने वाला दरबार लगता है. बाबा का नाम मोहम्मद आजम ऊर्फ नींबू वाले बाबा (Mohammed Azam aka Lemon Wale Baba)जी है. क्योंकि भूत उतारने का इनका सबसे बड़ा जरूरी हथियार नींबू है. बाबा के मुताबिक एक भूत मारने के लिए 50 नींबू लगते हैं. भूत उतरने के बाद उस नीबू को जलाने के लिए एक बड़ी भट्टी बनवाई गयी थी. जिसमे नीबू जलाया जाता था. जिस तरह से बागेश्वर धाम के महाराज लोगों के शरीर से जिन या कहे भूत को निकालने का काम करते हैं उसी तरह ये बाबा भी भूत को निकलने की बात का दावा करते हैं.
शिव कुमार
अलवर के जादूगर शिव कुमार (magician shiv kumar) ने बागेश्वर धाम के महाराज पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कहा है कि वो जैसे चमत्कार करते हैं ऐसा जादू वो 25 साल से जब आठवी कक्षा में थे तभी से कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि भगवान से बात करना या संपर्क करने की बात गलत है ये साधना और योग से मिली शक्तियां हैं जिनका गलत प्रयोग किया जा रहा है. वहीं जादूगर शिव कुमार ने भी ये बताया वो भी अपने शो के दौरान एक सेशन रखते हैं और यहाँ पर आए लोगों के बारे बागेश्वर धाम के महाराज पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की जैसे ही जानकारी देते हैं.
कंबल वाले बाबा
राजस्थान के सिरोही जिले के पालड़ी-एम गांव में भी बागेश्वर धाम के महाराज पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के जैसे चमत्कार करने करते हैं और उन्हें कंबल वाले बाबा (kambal wale baba) कहा जाता है. वहीं जैसे बागेश्वर धाम के महाराज प्रेषण भक्त की परेशानियों का इलाज बताते हैं. उसी तरह बाबा अपने कंबल के जादू से लकवा, पोलियो, कैंसर सहित हज़ारों बीमारियों के इलाज का दावा करते हैं बाबा के पास इलाज करवाने आने वाले मरीज को पांच दिन यहां लगातार आना पड़ेगा, तभी उसके ठीक होने गारंटी होगी। वहीं यहां पर आने वले लोग जो बाबा की शर्तो का पालन करेगा, वहीं व्यक्ति ठीक होगा. अगर कोई ठीक नही हुआ तो उसने जाने अनजाने में बाबा की शर्तो का उल्लंघन जरूर किया है.
Also Read- कलंक और बदनामी के बावजूद BJP के इन नेताओं ने नही दिया पार्टी से इस्तीफा.