कानपुर में गर्मी से तड़प रहे हेड कांस्टेबल का वीडियो बनाने वाले दारोगा को मिली क्लीन चिट, लापरवाही का लगा था आरोप

The sub-inspector who made a video of a head constable suffering from heat in Kanpur got a clean chit
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भीषण गर्मी में लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गर्मी की वजह से तापमान भी 40 के ऊपर बना हुआ है और इस वजह से लोग हीटस्ट्रोक का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। हीटस्ट्रोक से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला अब कानपुर में देखने को मिला है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर में भीषण गर्मी में रेलवे स्टेशन के बाहर एक हेड कांस्टेबल बेहोश होकर गिर पड़ा और उसके बगल में खड़ा दरोगा उसे अस्पताल ले जाने की बजाय उसका वीडियो बनाता रहा। इस बीच कांस्टेबल ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इंस्पेक्टर और कांस्टेबल का गर्मी से तड़पता हुआ वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला सामने आने के बाद अब पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस घटना को लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे थे। अब वीडियो बनाने वाले एसआई को लापरवाही के आरोप में क्लीन चिट दे दी गई है।

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क्या था पूरा मामला

मृतक 52 वर्षीय बृज किशोर झांसी के थाना समथर के गांव खटकयान के रहने वाले थे और कानपुर पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। बताया जा रहा है कि बृज किशोर अपनी नातिन के जन्मदिन में शामिल होने के लिए बस से झांसी जा रहे थे। झांसी जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए वह करीब एक बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन के लिए पैदल निकले। कुछ दूर चलने के बाद बृज किशोर गर्मी के कारण बेहोश हो गए।

उनके गिरते ही आस-पास भीड़ जमा हो गई। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। इसी बीच हरबंश मोहल्ला थाने में तैनात दरोगा जग प्रताप ने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। उसे अस्पताल पहुंचाने की बजाय भीड़ ने वीडियो बनाने का विरोध किया। इसके बाद दरोगा ने वीडियो बनाना बंद कर दिया और कांस्टेबल को अस्पताल ले गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

पुलिस ने दिया बयान

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हेड कांस्टेबल ब्रजकिशोर की मौत हीट स्ट्रोक से हुई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई। सहायक पुलिस आयुक्त (कलेक्टरगंज) मोहम्मद मोहसिन खान ने बताया कि बेहोश होने के बाद ब्रजकिशोर को पास के पुलिस बूथ पर ले जाया गया, जहां सब-इंस्पेक्टर जग प्रताप सिंह उनकी मदद के लिए आए। जांच में पता चला कि एसआई ने ब्रजकिशोर को पानी पिलाया था और उसकी जान बचाने के लिए कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन भी किया था।

वीडियो बनाने की घटना पर सफाई देते हुए पुलिस ने कहा कि एसआई ने वीडियो बनाकर कांस्टेबल से पूछा था कि क्या उसके साथ कोई अप्रिय घटना हुई है। जब एसआई कांस्टेबल के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ कर रहा था, तो किसी ने वीडियो बनाकर शेयर कर दिया।

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