देश में महंगाई की डायन तांडव करते दिख रही है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर से लगभग उबरने के बाद अब देश की आम जनता महंगाई के कारण परेशान हो गई है। पेट्रोल-डीजल, एलपीजी के साथ-साथ डेली यूज की तमाम चीजों पर बढ़ी महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है।
विपक्षी पार्टियां इस मसले पर लगातार केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर ले रही है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से महंगाई को लेकर लगातार प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं। इसी बीच पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने महंगाई के लिए मोदी सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
पी चिदंबरम ने बोला हमला
बीते दिन मंगलवार को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा, ‘महंगाई मांग बढ़ने और लोगों के हाथ में ज़्यादा पैसे होने की वजह से नहीं हुई है। ये महंगाई सरकार की गलत नीतियों और अर्थव्यवस्था के अनुपयुक्त प्रबंधन की वजह से हुई है।‘
उन्होंने कहा, ‘देश में बढ़ी महंगाई के लिए पूरी तरह एनडीए सरकार जिम्मेदार है। मोदी सरकार दिखावा करती हैं कि उन्हें बढ़ती महंगाई की चिंता है, लेकिन उनकी ये चिंता झूठी है। सरकार के इनकार करने से मंहगाई खत्म नहीं हो जाएगी।‘
चिदंबरम ने आगे कहा है, ‘कांग्रेस की मांग है कि केंद्र पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दाम तुरंत कम करे। हम मांग करते हैं कि आयात शुल्क की समीक्षा की जाए और आवश्यक आयातित वस्तुओं की कीमतों को रीसेट किया जाए। जरूरी वस्तुओं पर आयात शुल्क घटाया जाए।‘
19 जुलाई से शुरु हो रहा मानसून सत्र
बताते चले कि देश के लगभग सभी हिस्सों में पेट्रोल की कीमतें 100 के पार पहुंच गई है। कई राज्यों में पेट्रोल 110 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से भी मिल रहा है। वहीं, डीजल की कीमत भी हर रोज नया रिकार्ड ही बना रही है। घरेलू गैस सीलिंडर का भी यहीं आलम है। एलपीजी पर मिलने वाली सब्सिडी पहले की अपेक्षा अब काफी कम हो गई है। कई राज्यों में तो एलपीजी पर लोगों को सब्सिडी 100 रुपये से भी कम मिल रही है।
दूसरी ओर 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरु होने वाला है। जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ सत्तारुढ़ पार्टी भी अपनी तैयारियों में जुट गई है। मंगलवार को बीजेपी के 20 शीर्ष नेताओं ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर बैठक की। खबरों के मुताबिक इस बैठक में मानसून सत्र की प्लानिंग को लेकर चर्चा हुई। वहीं, कांग्रेस पार्टी इस मानसून सत्र में महंगाई के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का मन बना चुकी है।