आज तक आपने कई तरह के वर्ल्ड कप रिकॉर्ड्स के बारे में सुना होगा जिसमें किसी के नाम सबसे ज्यादा पुश अप करने का रिकॉर्ड है, किसी के नाम सबसे ज्यादा सैंडविच खाने का रिकॉर्ड है, तो किसी के नाम सबसे ज्यादा कपड़े पहनने का रिकॉर्ड है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कला से रूबरू करवाने जा रहे हैं जो अपने आप में अद्भुत है और आपने शायद ही इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में सुना होगा। दरअसल हम बात कर रहे हैं चरखी दादरी के सुखवेंद्र सांगवान की जिन्होंने अपने नाम एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराया है। क्या है ये वर्ल्ड रिकॉर्ड और कौन हैं सुखवेंद्र सांगवान, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
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कौन है सुखवेंद्र सांगवान?
चरखी दादरी के पिचोपा कलां निवासी सुखवेंद्र सांगवान का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ। उन्हें स्कूल के दिनों से ही पेंटिंग का शौक था, जिसके चलते उन्होंने प्रतियोगिताओं में भाग लेकर क्षेत्र का नाम रोशन किया। अब वे अपने शहर चरखी दादरी में टैटू का कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने टैटू का कारोबार पेंटिंग के शौक के कारण शुरू किया था। इसके बाद गुरुग्राम में पेंटिंग करते समय सुखवेंद्र ने पेंटिंग के साथ-साथ कैंची की मदद से सादे कागज पर कटिंग करके चित्र बनाना शुरू किया और इन वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी प्रतिभा की सराहना होने लगी।
ऐसे मिला वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की प्रेरणा
सुखवेंद्र सांगवान ने पेपर कटिंग के दौरान फिल्मी सितारों की पेपर कटिंग करके सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिभा दिखानी शुरू की, जिसके बाद प्रशंसकों ने उनका हौसला बढ़ाया और विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया। यहीं से उन्होंने मन बनाया। इसके बाद सुखवेंद्र ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह पेपर कटिंग तकनीक का उपयोग करके विश्व प्रसिद्ध व्यक्तियों के चेहरे उकेर रहे थे, जिसे बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के जयपुर स्थित भारतीय कार्यालय के अधिकारियों ने देखा और सराहा।
बाद में, टीम ने सुखवेंद्र से संपर्क किया और उनसे और वीडियो बनाने और उन्हें व्यक्तिगत रूप से वितरित करने का अनुरोध किया। जब सुखवेंद्र ने अपनी प्रतिभा टीम के सामने पेश की, तो वर्ल्ड रिकॉर्ड कमेटी ने इसे असाधारण माना और इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया। इसके अलावा, टीम ने उन्हें इंग्लैंड में संगठन के मुख्यालय से एक प्रमाण पत्र, पदक, ट्रॉफी, आईडी कार्ड और अन्य सामान भेजा, साथ ही अपनी शुभकामनाएँ भी दीं। और इस तरह से आज उनका नाम रियलस्टिक पोट्रेट बाई पेपर कटिंग में वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
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