रविवार रात जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले के सोनमर्ग इलाके (Sonmarg Terror Attack) में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने जेड टनल में काम कर रहे छह प्रवासी मजदूरों पर फायरिंग की, जिसमें एक डॉक्टर भी शामिल है। फायरिंग की सूचना मिलते ही सेना और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं और आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। गंदेरबल के गुंड में जेड मोड़ टनल प्रोजेक्ट (Z Mode Tunnel Project) के मजदूर और दूसरे कर्मचारी जब देर रात अपने कैंप में पहुंचे, तो आतंकियों ने यह हमला किया। यह घाटी में किसी बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में शामिल निर्माण मजदूरों पर पहला बड़ा हमला है। इस हमले की लश्कर ए तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के मुखौटा संगठन टीआरएफ ने जिम्मेदारी ली है।
सीएम उमर अब्दुल्ला का बयान- Jammu and Kashmir CM Omar Abdullah
राज्य के सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रवासी श्रमिकों पर हुए इस हमले की कड़ी आलोचना की है। अपने एक्स हैंडल पर जारी बयान में उमर ने लिखा, ‘सोनमर्ग के गगनगीर इलाके में गैर-स्थानीय श्रमिकों पर कायरतापूर्ण और बर्बर हमले की दुखद खबर है। वे श्रमिक उस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परियोजना पर काम कर रहे थे। हमले में 6 श्रमिकों की मौत हो गई है, जबकि 2-3 श्रमिक इस आतंकवादी हमले में घायल हुए हैं। मैं निर्दोष लोगों पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं और मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’
Very sad news of a dastardly & cowardly attack on non-local labourers at Gagangir in Sonamarg region. These people were working on a key infrastructure project in the area. 2 have been killed & 2-3 more have been injured in this militant attack. I strongly condemn this attack on…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 20, 2024
क्या है जेड मोड प्रोजक्ट, जिसे बनाया गया निशाना
बताया जा रहा है कि डॉक्टर और जिन कामगारों पर हमला हुआ, वे मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में सोनमर्ग और गगनेर के बीच चलने वाली जेड-मोड़ सुरंग पर काम कर रहे निर्माण दल के सदस्य थे। 6.5 किलोमीटर लंबी और 2680 करोड़ रुपये की लागत वाली जेड-मोड़ सुरंग लगभग बनकर तैयार हो चुकी है। इस सुरंग के निर्माण से सोनमर्ग को श्रीनगर से जोड़ा जाएगा। यह सुरंग हिमस्खलन से प्रभावित सुरंग 932 गगनगीर के करीब के क्षेत्र से बच जाएगी। इसका लक्ष्य पूरे साल श्रीनगर को सोनमर्ग से जोड़े रखना है। सुरंग को इसके डिजाइन के कारण जेड-मोड़ के रूप में जाना जाता है और इसके माध्यम से दो लेन की सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सुरंग का लक्ष्य सभी मौसम की स्थिति में लोकप्रिय पर्यटन स्थल सोनमर्ग को जोड़ना है।
ज़ेड-मोड़ सुरंग का निर्माण पूरा
ज़ेड-मोड़ सुरंग परियोजना के तहत 10.8 मीटर लंबी एक मुख्य सुरंग, 7.5 मीटर लंबी एक संशोधित घोड़े की नाल के आकार की एस्केप सुरंग, 8.3 मीटर की एक डी-आकार की वेंटिलेशन सुरंग, 110 और 270 मीटर लंबी दो बड़ी पुलिया और 30 मीटर लंबी एक छोटी पुलिया बनाने की योजना बनाई गई है। ज़ेड-मोड़ सुरंग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।
क्योंकि इसके निर्माण से श्रीनगर और कारगिल के बीच सुचारू संचार की गारंटी होगी और श्रीनगर और लेह के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी, ज़ेड-मोड़ सुरंग क्षेत्र रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
एप्को कंपनी बना रही है टनल
इस सुरंग का निर्माण (Srinagar-Sonamarg Route Tunnel Project) उत्तर प्रदेश की एप्को नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। एप्को का मुख्यालय लखनऊ में है। इसके मालिक अनिल सिंह हैं। इस कंपनी ने उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, बेंगलुरु, चेन्नई, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में सड़क, परिवहन, सिंचाई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
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