TERI Roadmap On Yamuna River: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव प्रचार के दौरान इस समस्या के समाधान का वादा किया था, जिसके चलते सरकार गठन के बाद इसे प्राथमिकता दी जा रही है। दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) के आदेश पर यमुना की सफाई का कार्य शुरू हो चुका है, और नदी किनारे बड़ी मशीनें लगाई गई हैं। दिल्ली सरकार ने आश्वासन दिया है कि अगले तीन वर्षों के भीतर यमुना को स्वच्छ कर दिया जाएगा।
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क्या है TERI का एक्शन प्लान? (TERI Roadmap On Yamuna River)
इसी संदर्भ में ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान (TERI) ने यमुना की सफाई के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया है और इसे दिल्ली सरकार को सौंप दिया है। TERI का दावा है कि उनके 10 सूत्रीय एक्शन प्लान के तहत तीन वर्षों में यमुना को प्रदूषण मुक्त किया जा सकता है।
NMCG-TERI के एसोसिएट डायरेक्टर नुपुर बहादुर ने कहा कि दिल्ली में यमुना को मृत नदी घोषित किए जाने के बावजूद, इसे तीन सालों के अंदर प्राकृतिक स्वरूप में पुनर्जीवित किया जा सकता है। हालांकि, इस कार्य को पूरा करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति, स्पष्ट दृष्टि, एक मिशन-आधारित रणनीति और मजबूत संस्थागत तंत्र की आवश्यकता होगी।
TERI के दस सूत्रीय प्लान की प्रमुख बातें
- 1994 की जल साझाकरण संधि की समीक्षा – यमुना के जल प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए पुरानी संधियों पर पुनर्विचार।
- यमुना की निगरानी बढ़ाना – पानी की गुणवत्ता और प्रदूषण स्तर की नियमित जांच सुनिश्चित करना।
- गाद निकालने का कार्य तेज करना – नदी के तल पर जमी गाद को हटाकर जलधारा को पुनर्जीवित करना।
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की क्षमता बढ़ाना – पानी को शुद्ध करने वाले संयंत्रों को आधुनिक बनाना।
- नदी में न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह सुनिश्चित करना – जल स्तर बनाए रखना जिससे प्राकृतिक पारिस्थितिकी संतुलन बना रहे।
- अमोनिया और फॉस्फेट जैसे जहरीले तत्वों को रोकना – उद्योगों से निकलने वाले हानिकारक रसायनों के नियंत्रण के लिए सख्त नियम लागू करना।
- यमुना और हिंडन नदी के किनारों पर रेत खनन पर प्रतिबंध – अवैध खनन को रोकना जिससे जलस्तर पर प्रभाव न पड़े।
- नालों की सफाई और अपशिष्ट उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाना – प्रदूषण के स्रोतों पर नियंत्रण करना।
- एमजीडी से कम क्षमता वाले सूक्ष्म एसटीपी का उपयोग – छोटे स्तर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का अधिकतम उपयोग करना।
- मजबूत संस्थागत तंत्र विकसित करना – परियोजना को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक समन्वय बढ़ाना।
क्या तीन साल में यमुना स्वच्छ होगी?
भले ही यह योजना व्यावहारिक और वैज्ञानिक आधार पर तैयार की गई हो, लेकिन यमुना की सफाई इतनी जल्दी संभव होगी या नहीं, इस पर सवाल उठ रहे हैं। यमुना में कई बड़ी नालियों से गंदा पानी आता है, जिसे रोकना एक चुनौती बना हुआ है।
TERI के अनुसार, यदि सरकार और प्रशासन पूरी इच्छाशक्ति के साथ इस परियोजना पर कार्य करें तो अगले तीन वर्षों में यमुना को स्वच्छ किया जा सकता है। यह योजना कठिन अवश्य है लेकिन असंभव नहीं। सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती इसकी प्रभावी निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन होगा।
TERI द्वारा तैयार किया गया यह एक्शन प्लान यमुना को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इसके क्रियान्वयन में सरकार और प्रशासन की तत्परता एवं इच्छाशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यदि यह योजना सफल होती है, तो आने वाले वर्षों में दिल्ली की यमुना एक बार फिर स्वच्छ और जीवनदायिनी बन सकती है।