तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हाल ही में कुछ ऐसे अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जिसको लेकर बवाल मच गया है। सीएम राव ने एक रैली में प्रदर्शन कर रहे लोगों को ‘कुत्ता’ कह दिया। सिर्फ यही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन कर रही प्रदर्शनकारियों को पीटने तक की धमकी दे दी। चंद्रशेखर राव के बयान के बाद सियासी बवाल मच गया है। विपक्षी पार्टियां उनको घेरते हुए माफी मांगने को कह रही हैं।
दरअसल, के चंद्रशेखर राव नागार्जुन सागर में सरकारी योजना का शिलान्यास करने के बाद रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोग उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे, जिसमें महिलाएं और युवा शामिल थे। ये लोग सीएम की रैली के दौरान ही नारेबाजी करने लगे। जिस पर केसीआर ने पहले तो पुलिस से पेपर लेने को कह दिया। इसके बाद सीएम ने उन लोगों से कहा कि रैली में बाधा ना डाली जाए और वहां से चले जाए। लेकिन जब नारेबाजी जारी रही, तो चंद्रशेखर राव अपना आपा खो बैठे और इस दौरान कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसको लेकर बवाल खड़ा हो गया।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि वो पेपर देना चाहते हैं, उसको ले लो और मुझे शांति से सुनो। अगर नहीं सुनना चाहते, तो कृपया यहां से चले जाइए। सीएम ने आगे ये भी कहा कि आपके इन बेवकूफी भरे कामों से कोई भी परेशान नहीं होगा। बेवजह आपको पीटा जाएगा। आपके जैसे बहुत लोग देखे हैं अम्मा। आपके जैसे कई कुत्ते हैं। यहां से आप चले जाइए।
रैली में इस्तेमाल किए गए अपशब्दों के बाद सीएम केसीआर विपक्ष के निशाने पर आ गए। विपक्षी पार्टियां उनसे इस बयान के लिए माफी मांगने को कह रही हैं। तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी मनकीत टैगोर ने कहा कि सीएम ने सार्वजनिक रैली में महिलाओं को ‘कुत्ता’ कहा। उन्हें ये नहीं भूलना चाहिए कि ये लोकतंत्र है और आपके यहां तक पहुंचने की वजह वहां खड़ी हुई महिलाएं ही हैं। वो लोग हमारे बॉस हैं। माफी मांगों चंद्रशेखर।’
वहीं बीजेपी ने भी इसको लेकर मुख्यमंत्री केसीआर को घेरा। बीजेपी प्रवक्ता कृष्णा सागर राव ने सीएम की इस टिप्पणी को हिंदुओं और बीजेपी का अपमान बताया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केसीआर ने वहां मौजूद लोगों की तुलना राक्षसों से कर यादवों का अपमान किया।
कृष्णा सागर राव ने कहा कि सीएम ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए ये बयान दिया, जो खास तौर से यादवों पर सीधा हमला है। नागार्जुन सागर के पास विशाल यादव मतदाता हैं। इस अपमानजनक तुलना की हम कड़ी निंदा करते हैं और इस अनुचित अपमान के लिए माफी की मांग करते हैं।