बिहार में आज शुक्रवार से बजट सत्र का शुभारंभ हो गया है। बजट सत्र के पहले दिन ही प्रदेश की एनडीए सरकार के मुखिया नीतीश कुमार कठघरे में दिख रहे हैं। बेलगाम हो चुकी महंगाई, लगातार बढ़ रही डीजल-पेट्रोल एवं घरेलू गैस सिलिंडर की कीमतें और कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार पर हमलावर हैं।
बिहार में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है और आज सोशल साइंस का पेपर भी लीक हुआ, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है। सत्र के पहले दिन ही स्पष्ट हो गया है कि पूरे बजट सत्र का मिजाज कैसा होगा।
‘बीजेपी और जदयू किसान विरोधी’
बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, किसान आंदोलन में 260 किसानों की मौत हुई और नीतीश कुमार चुप हैं। हम 2 मिनट का मौन रखना चाहते थे, लेकिन स्पीकर साहब से अनुमति नही मिली। उन्होंने कहा कि, बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी किसान विरोधी है।
तेजस्वी ने राज्यपाल के अभिभाषण का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में धान की खरीदारी हो रही है। उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल ने कहा धान की खरीदारी हो रही है, लेकिन हकीकत ये है कि धान खरीदारी नही हो रही है।‘
नीतीश कुमार को कुर्सी की चिंता बिहार की नहीं
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘मैट्रिक की परीक्षा में सोशल साइंस का पेपर लीक हो चुका है। मुझे इसकी जानकारी है, लेकिन मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को मालूम नहीं है। बिहार में कोई ऐसी परीक्षा नहीं जिसका पेपर लीक नहीं होता। सरकार ने दोषी अधिकारियों को हमेशा प्रमोशन दिया है।‘
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन में बताना चाहिए कि आखिर क्यों दोषियों पर करवाई नहीं होती। सरकार को जवाबदेही तय करनी चाहिए। परीक्षा में गड़बड़ी की जांच हो। नीतीश कुमार को चिंता बिहार की नहीं अपनी कुर्सी की है। सरकार में अगर कुछ शर्म बाकी हो तो दोषियों पर करवाई करें।‘