बिहार में राजनीति में एक बार फिर से फैमिली ड्रामा देखने को मिल रहा है। लालू के बेटों में जुबानी जंग छिड़ गई हैं। हाल ही में तेज प्रताप यादव ने लालू यादव को दिल्ली में बंधक बनाने की बात कहकर खलबली मचा दी। तेज प्रताप ने दावा किया कि उनके पिता लालू यादव को दिल्ली में कुछ लोगों ने बंधक बना लिया।
ये बोले थे तेज प्रताप…
इस दौरान तेज प्रताप ने इशारों-इशारों में अपने भाई यानी तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने इसलिए मेरे पिता को बंधन बनाया, क्योंकि ये RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं।
ये बयान देते हुए तेज प्रताप ने भले ही किसी का नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनके बयान से ये साफ है कि उनका निशाना इसके जरिए अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर ही था। तेज प्रताप ने ये बयान देकर बिहार की राजनीति में एक बार फिर से बवाल मचा गया।
अब तेजस्वी का आया जवाब
वहीं तेजस्वी भी बड़े भाई के इस बयान पर चुप नहीं बैठे। उन्होंने तेज प्रताप की स्टेंटमेंट पर जवाब दिया और कहा कि ये उनके पिता लालू यादव के व्यक्तित्व से मेल नहीं खाता। लंबे समय तक लालू यादव बिहार के सीएम रहे, वो रेल मंत्री रहे, दो-दो प्रधानमंत्री उन्होंने बनाए। बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को बंधक बनाने वालों पर इस तरह की बात फिट नहीं होती।
अध्यक्ष पद को लेकर हो रही जंग?
वैसे तो तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच छिड़ी लड़ाई की ये बात कोई नई नहीं। लालू परिवार में अंदरूनी कलह पहले से ही चली आ रही है। खबरें ऐसी चल रही हैं कि दोनों भाईयों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को लेकर संघर्ष चल रहा है। दरअसल, RJD अध्यक्ष के तौर पर लालू यादव का कार्यकाल नवंबर के महीने में खत्म होने जा रहा है। खराब स्वास्थ्य के कारण ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वो अब पार्टी के अध्यक्ष पद पर आगे ना रहें। लालू यादव के बाद RJD का अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर ही तेजस्वी और तेज प्रताप में जंग छिड़ी हुई है।