मिसाल: गरीबी में बीता बचपन, पढ़-लिखकर बने शिक्षक और अब रिटायर होने पर गरीब बच्चों के लिए दान कर दिए 40 लाख

मिसाल: गरीबी में बीता बचपन, पढ़-लिखकर बने शिक्षक और अब रिटायर होने पर गरीब बच्चों के लिए दान कर दिए 40 लाख

मध्य प्रदेश के पन्ना में एक रिटॉयर्ड शिक्षक ने अनोखी मिसाल पेश करते हुए पीएफ में मिली 40 लाख रुपये की राशि दान कर दी। उन्होंने ये राशि गरीब बच्चों के लिए दान में दी। इन रिटायर्ड शिक्षक का नाम विजय कुमार चंद्रसौरिया हैं। पन्ना जिले के संकुल केन्द्र रक्सेहा की प्राथमिक शाला खदिंया में विजय कुमार चंदसोरिया सहायक शिक्षक के पद पर काम कर रहे थे।

विजय कुमार चंद्रसोरिया एक गरीब परिवार में जन्मे और पले-बढ़े हैं। उन्होंने दूध बेचकर और रिक्शा चलाकर अपना गुजारा किया और अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वो शिक्षक बन गए। 1983 में वो रक्सेहा में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हुए। करीब 39 सालों तक शिक्षा देने के बाद वो 31 जनवरी 2022 को रिटायर हुए। 

सहायक शिक्षक चंदसोरिया ने कभी अपने पीएफ में से पैसे नहीं निकाले, जिसके चलते उनके अकाउंट में 40 लाख रुपये जमा हो गए थे। अब उन्होंने रिटायर होने के बाद ये राशि गरीबों बच्चों की शिक्षा के लिए दान करने का फैसला किया।

विजय कुमार चंदसोरिया के फैसले में पूरे परिवार ने उनका साथ दिया। वो उनके इस फैसले से खुश हैं और गर्व भी महसूस कर रहे हैं। विजय कुमार चंसोरिया कहते हैं कि शुरू से ही मेरे मन में गरीब बच्चों की बेहतर, उनके अच्छे स्वास्थ्य और शिक्षा करने के लिए कुछ करने की अच्छा थी। मेरी ये जो पीएफ की राशि है वो इन बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए मदद करेगी। मैंने परिवार वालों से सलाह लेकर अपनी पीएफ निधि को दान करने का फैसला लिया। 

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