Suspended Inspector Mohit Yadav: उत्तर प्रदेश पुलिस के निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने जातिवाद से तंग आकर हिंदू धर्म छोड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने अपने घर की देवी-देवताओं की मूर्तियां और पूजा सामग्री झांसी के इलाइट चौराहे पर रख दी और कहा कि अब उन्हें भगवान की जरूरत नहीं। इस घटनाक्रम के बाद झांसी पुलिस प्रशासन और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
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जातिवाद से प्रताड़ित होने का आरोप- Suspended Inspector Mohit Yadav
इंस्पेक्टर मोहित यादव ने झांसी पुलिस के अधिकारियों पर लगातार उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:
“मैंने हिंदू धर्म छोड़ दिया है क्योंकि यह धर्म जातिवाद से भरा हुआ है। यहां जाति के नाम पर भेदभाव होता है, न्याय नहीं मिलता।”
“मेरे खिलाफ पिछले तीन महीने से मुकदमे लिखे जा रहे हैं, जांच खोली जा रही है, मुझे सस्पेंड कर दिया गया है। यह सब सिर्फ मेरी जाति के कारण हो रहा है।”
“उच्च पदों पर एक जाति विशेष के लोग बैठे हैं, जो दूसरों को प्रताड़ित कर रहे हैं। मैं अब किसी ऐसे धर्म को अपनाऊंगा जहां जाति का बंधन न हो।”
मोहित यादव ने यह भी कहा कि उन्होंने पूरी जिंदगी भगवान की सेवा की, लेकिन अब उन्हें न्याय की लड़ाई में कोई साथ नहीं मिला।
चाय बेचकर किया था विरोध प्रदर्शन
इंस्पेक्टर मोहित यादव पिछले कुछ समय से लगातार चर्चा में बने हुए हैं। 10 दिन पहले, उन्होंने झांसी के इलाइट चौराहे पर चाय का स्टॉल लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था। 14 जनवरी को, झांसी पुलिस लाइन में RI (प्रतिसार निरीक्षक) से झगड़े के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद नवाबाद थाने में उनके खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया गया। कुछ समय पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह थाने में फूट-फूटकर रोते हुए दिखाई दिए थे।
देवी-देवताओं की मूर्तियां चौराहे पर रखकर हिंदू धर्म छोड़ने का ऐलान
बुधवार को, झांसी के इलाइट चौराहे पर इंस्पेक्टर मोहित यादव अपने घर से देवी-देवताओं की मूर्तियां और पूजा सामग्री लेकर पहुंचे।
उन्होंने सरेआम इन मूर्तियों को सड़क पर रख दिया और कहा कि अब वह हिंदू धर्म का पालन नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा:
“अब मुझे भगवान की जरूरत नहीं है। न्याय के लिए भगवान से प्रार्थना की, लेकिन कोई साथ नहीं दिया। अब मैं किसी ऐसे धर्म को अपनाऊंगा, जहां जातिवाद न हो।”
जातिवाद के खिलाफ बड़ा कदम या व्यक्तिगत आक्रोश?
इंस्पेक्टर मोहित यादव के हिंदू धर्म छोड़ने के ऐलान को लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है।
समर्थकों का कहना है कि जातिवाद और भेदभाव के कारण वह मजबूर हुए हैं।
विरोधियों का कहना है कि वह अपने सस्पेंशन और विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए यह नाटक कर रहे हैं।
झांसी पुलिस ने कहा कि मोहित यादव के खिलाफ अनुशासनहीनता और अन्य आरोपों की जांच चल रही है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।