देश की राजनीतिक गलियारों में हलचलें तेज हो गई है। बीते दिन बुधवार को 2019 में सत्ता में आए बीजेपी का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। जिसमें राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद ने 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई। दूसरी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए कई नेताओं को भी कैबिनेट में जगह दी गई।
तो वहीं, कई दिग्गज बीजेपी नेताओं का कैबिनेट से इस्तीफा भी चर्चा में बना हुआ है। बीजेपी के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ हर्षवर्धन समेत कई बड़े नेताओं ने पद छोड़ दिया है या उन्हें पद से हटा दिया गया।
कैबिनेट विस्तार में बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी को भी जगह देने की चर्चा जोर-शोर से चल रही थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, सुशील मोदी को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। जिसके बाद से बिहार की विपक्षी पार्टियों ने सुशील मोदी पर चुटकी लेनी शुरु कर दी है।
‘छोटका मोदीजी…’
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए सुशील कुमार मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्विट में लिखा, ‘मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले सभी नए मंत्रियों को शुभकामनाएं। सुशील मोदी जी के लिए ढेर सारी सांत्वनाएं। छोटका मोदीजी, नया कुर्ता- पायजामा जो सिलवाएं हैं उसको संभालकर रखिए। जल्द तेजस्वी का शपथग्रहण होने वाला है। वहां दर्शकदीर्घा में एक कुर्सी आपके लिए रिजर्व रखी जाएगी।‘
जदयू पर भी बोला हमला
अपने अगले ट्विट में आरजेडी नेता ने जदयू को निशाने पर लिया। दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि ‘आरसीपी सिंह का मोदी कैबिनेट में जाना यह तय करता है कि जेडीयू एक विशेष जाति (कुर्मी) की पार्टी है।‘
‘चंद महीनों की मेहमान है नीतीश सरकार’
बताते चले कि बिहार की सियासत में स्थिति कुछ ठीक नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की। बीजेपी को जदयू से ज्यादा सीटें मिली लेकिन नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया गया। सरकार बनने के बाद से ही कलह जारी है। सरकार में अफसरशाही को लेकर लगातार सरकार के मंत्री और नेता अपनी ही सरकार को निशाने पर लेते रहते हैं।
वहीं, दूसरी ओर बीजेपी और जदयू के नेता एक-दूसरे के विरोध में बयानबाजियां करते हुए भी देखे जाते हैं। ऐस में राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगने शुरु हो गए हैं कि नीतीश सरकार में अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा।
राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी पहले से ही इस बात का दावा करते आ रही है कि नीतीश कुमार चंद महीनों की मेहमान है। हालांकि, आने वाले समय में स्थिति क्या होगी…इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।