अगर कोई कहे कि उसकी अंग्रेजी अच्छी नहीं तो ऐसे में वो कामयाब नहीं हो सकता। अगर कोई कहे कि उसने अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई नहीं की तो वो करियर में कुछ नहीं कर सकता, तो समझ जाना होगा कि वो शख्स सिर्फ और सिर्फ बहाने कर रहा है। ऐसा हम नहीं रह रहे बल्कि आज की सक्सेस स्टोरी को जानने के बाद आप ऐसा कहने लगेंगे। आज हम Success Story जानेंगे IAS Topper Surabhi Gautam की जो एक बड़ा सबक देती है यूपीएससी परीक्षा में बैठने की तौयारी करने वाले हर एक कैंडिडेट को।
अगर कोई शख्स हिंदी मीडियम से पढ़ा है और यूपीएससी की तैयारी करता है तो उसकी कड़ी मेहनत और बेहतर रणनीति उसे कामयाबी दिला सकती। न की अंग्रेजी मीडियम में पढ़ना। सुरभि गौतम ने पहली ही कोशिश में यूपीएससी परीक्षा पास किया और आईएएस बनने के अपने ख्वाब को पूरा किया।
कभी इंग्लिश में कमजोर थीं सुरभि
मध्य प्रदेश के सतना की सुरभि रहने वाली हैं और यहीं उनकी शुरुआती पढ़ाई हुई। उन्होंने इंटरमीडिएट तक हिंदी मीडियम से पढ़ाई की। ऐसे में अंग्रेजी मजबूत नहीं हो पाई उनकी। इंजीनियरिंग में दाखिले के बाद शुरुआत में तो कई कई मंथ तक इंग्लिश ना बोलने के कारण टीचर्स का सामना करने में भी सुरभि को डर लगता, लेकिन फिर उन्होंने वक्त के साथ इंग्लिश पर अच्छी कमांड कर ली।
सुरभि गौतम ने लगातार कड़ी मेहनत की और एक के बाद एक कॉम्पटिटीव एग्जांमंस पास किए। वे यूपीएससी से पहले गेट, इसरो, दिल्ली पुलिस, एफसीआई, एसएससी सीजीएल और आईईएस परीक्षा पास कर चुकी थीं। इसके बावजूद उनका जो ड्रीम था वो आईएएस ऑफिसर बनने का था। इसके लिए उन्होंने कड़ी से कड़ी मेहनत की और पहली कोशिश में यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक में 50वां स्थान पाया।
कैंडिडेट्स को क्या सलाह देती हैं सुरभि?
सुरभि मानती हैं कि यूपीएससी में कामयाबी के लिए आपको कड़ी मेहनत तो करनी ही होगी। यहां आप किसी तरह के शॉर्टकट से कामयाबी हासिल नहीं कर सकते। अपने सिलेबस के मुताबिक स्टडी मैटेरियल चुनें और फोकस से पढ़ाई करें। अगर रणनीति अच्छी हो तो पहली कोशिश में परीक्षा को पास कर पाएंगे।