देश में EVM को लेकर काफी पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) विपक्ष में थी तब भी तमाम नेता EVM पर सवाल उठा रहे थे और अब कांग्रेस पार्टी विपक्ष में है तब भी लगातार सवाल उठ ही रहे हैं। विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ अब सत्ताधारी पार्टी के नेता भी EVM पर अपनी प्रतिक्रिया देते दिख रहे हैं।
बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy) की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें उन्होंने EVM को फ्रॉड बताया है। अब कांग्रेस ने उन्हें बैलेट पेपर की वापसी के लिए साथ देने का आग्रह किया है।
स्वामी को साधने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘सुब्रमण्यन स्वामी जी…क्या आपको अभी भी लगता है कि ईवीएम एक होलसेल फ्रॉड है? अगर हां तो क्या आप बैलेट बॉक्स की वापसी के लिए हमारे अभियान में हमारा साथ देंगे?’
दरअसल, वायरल हो रही वीडियो में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy) कहते दिख रहे हैं कि जब देश में बैलेट सिस्टम हुआ करता था, हमारे पास सभी दलों के मतदाता हुआ करते थे। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एक होलसेल फ्रॉड है।
राहुल गांधी ने भी बोला था हमला
पिछले दिनों असम में हुए कांड के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए सरकार और आयोग पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि ‘EC की गाड़ी खराब…बीजेपी की नीयत खराब…लोकतंत्र की हालत खराब!’
देश में 2004 के बाद EVM से ही हुए हर चुनाव
बता दें, देश में 2004 के बाद से लगभग हर चुनाव EVM से ही हुए है। पिछले कुछ सालों में EVM को लेकर राजनीतिक पार्टियां लगातार सरकार को कटघरे में खड़ी करते रही है।
साथ ही पिछले कुछ सालों में नेताओं के घर और गाड़ियों में EVM मिलने की घटनाए भी काफी तेजी से बढ़ी है, जिसे लेकर संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग पर भी विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही हैं। हाल ही में असम में बीजेपी नेता के नाम से रजिस्टर हुई गाड़ी से ईवीएम बरामद हुआ।
हालांकि, आयोग ने गाड़ी खराब होने का हवाला देते हुए 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। पिछली बार कर्नाटक में एक बीजेपी नेता के यहां से 80 वीवीपैट बरामद हुए थे। वहीं, कर्नाटक में एक मजदूर के यहां से 8 मशीने बरामद हुई थी। जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए थे।