गाजियाबाद की अलग अलग सोसाइटी में बिना रजिस्ट्री के फ्लैट खरीदने वालों पर नकेल कसी हुई है। निबंधन विभाग ने ऐसे 70 लोगों के खिलाफ एक्शन लिया है, जिन्होंने बिना रजिस्ट्री के सोसाइटी में फ्लैट खरीद लिए थे। सहायक आयुक्त स्टांप केके मिश्र ने 70 लोगों के खिलाफ स्टांप वाद दर्ज किया है। इसके साथ ही फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए अन्य लोगों को नोटिस भी जारी किए हैं। जल्द ही अगर रजिस्ट्री नहीं कराई जाती है तो उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।
दरअसल, गाजियाबाद में 31 सोसायटियों में खरीदार बिना रजिस्ट्री के फ्लैट में रह रहे हैं। जिसके चलते निबंधन विभाग को 50 करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान हो रहा है।
इनमें मुख्य तौर पर ये सोसाइटी शामिल हैं- ट्रांस हिडन कीआशा पुष्प सहकारी आवास समिति, गाजियाबाद शिरोमणि सहकारी आवास समिति, सुरक्षा सहकारी आवास समिति, वार्तालोक सहकारी आवास समिति, मिलन विहार सहकारी आवास समिति, लुम्बनी अपार्टमेंट, सिद्धार्थ निकेतन, सोमन्न विहार, नीलम विहार सहकारी आवास समिति, मोहन नगर कर्मचारी सहकारी आवास समिति, पत्रकार सहकारी आवास समिति, द परिवहन सहकारी आवास समिति, वरदान सहकारी आवास समिति, कल्याणी सहकारी आवास समिति, रेल विहार सहकारी आवास समिति।
सहायक आयुक्त केके मिश्र ने इसको लेकर जानकारी देते हुए बताया कि कल्याणी सहकारी आवास समिति, मोहननगर कर्मचारी सहकारी आवास समिति तो इनमें से ऐसी हैं, जहां एक भी फ्लैट की रजिस्ट्री अब तक नहीं की गई। यहां पर जबकि 500 से भी ज्यादा फ्लैट बने हुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि कई सोसायटियों में फ्लैट बनकर तैयार हो गए। इनको खरीदार को भी दिया जा चुका है, लेकिन फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की गई। केके मिश्र ने बताया कि इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई है। अलग अलग सोसायटियों में 70 खरीदार बिना रजिस्ट्री के फ्लैट में रह रहे थे, संबंधित के खिलाफ स्टांप वाद दर्ज कर लिया गया है।