जम्मू-कश्मीर में आतंकियों लगातार अपनी नापाक हरकतों को लगातार अंजाम देते हुए नजर आ रहे हैं। एक बार फिर से श्रीनगर में आतंकियों ने पुलिस को अपना निशाना बना। श्रीनगर के बाराजुल्ला इलाके में पुलिस की टीम पर आतंकियों ने हमला किया, जिसमें दो जवान शहीद हो गए।
दो पुलिसकर्मी हुए शहीद
AK-47 लिए आए आतंकी ने पुलिसकर्मियों की पीठ पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस कायराना हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी वहां से भाग निकला। वहीं गोलियां लगने के चलते घायल हुए पुलिसकर्मियों को आनन-फानन में अस्पताल लेकर जाया गया। जहां इलाज के दौरान उनको मृत घोषित कर दिया गया।
हमले का CCTV आया सामने
पुलिस ने बताया कि इस हमले में मोहम्मद यूसुफ और सुहैल अहमद शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली। श्रीनगर आतंकी हमले की CCTV फुटेज भी सामने आई। जिसमें देखा जा रहा है कि हाथ में AK-47 लिए आतंकी आता है और पुलिसकर्मी पर गोलियों की बौछार कर देता है। वीडियो दिल दहला देने वाला है।
6 सेकंड की वीडियो में देखने को मिल रहा है कि आतंकी बाजार में घुसा और उसने वहां खड़े पुलकर्मी पर पीछे से अंधाधुंध गोलियां चलाया शुरू कर दिया। फिर वो वहां से भागने लगा। बंदूक लेकर भीड़भाड़ वाले इलाके में आतंकी घुसा और दुकान पर खड़े पुलिसकर्मी के नजदीक जाकर गोली मारकर वहां से फरार हो गया।
लगातार माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे आतंकी
आतंकी की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इलाके को घेरकर आतंकी की तलाश की जा रही है। वहीं इससे पहले शुक्रवार को कश्मीर के शोपियां के बड़गाम में पुलिस और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हुआ। जिसमें सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया। इस दौरान कश्मीर पुलिस के एक SPO शहीद हो गए थे।
आतंकी अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहे। उन्होनें 72 घंटों में दूसरी बार नापाक हरकत को अंजाम दिया। पहले जब विदेशी राजनियक जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर आए थे, तब सोनवार क्षेत्र में आतंकियों ने हमला किया था। सोनवार में हुए इस हमले में कृष्णा ढाबा का एक कर्मचारी घायल हुआ था। हमले की जिम्मेदारी मुस्लिम जांबाज फोर्स ने ली थी। जहां पर ये हमला हुआ था, उससे केवल एक किलोमीटर की ही दूरी पर विदेशी राजनियकों का प्रतिनिधिमंडल हटोल में ठहरा हुआ था।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य होने लगे है। शायद यही बात आतंकियों को रास नहीं आ रही। वो लगातार घाटी में अशांति फैलाने की कोशिश में जुटे है।