बिहार की सियासत पर इन दिनों पूरे देश की नजर टिकी हुई है। बीते दिनों बिहार विधानसभा (Bihar Assembly chaos) में विपक्षी विधायकों के खिलाफ लिए गए पुलिस एक्शन की जमकर आलोचना हो रही है। पुलिस ने कई विधायकों को जमकर पीटा, कई महिला विधायकों के साथ भी बदतमीजी की घटना सामने आई।
जिसके बाद आज विपक्षी पार्टियों ने बिहार बंद का ऐलान किया है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्पष्ट रुप से अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, आप लोगों को ये समझना होगा कि सरकार कब पलटेगी कोई नहीं जानता है, इसलिए सबको इसका ख्याल रखना चाहिए।
दूसरी ओर इस मामलें पर अब बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने भी कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
अध्यक्ष ने मांगी पूरे मामले की रिपोर्ट
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने आदेश दिया है कि विधानसभा में लगे कैमरों की मदद से उन पुलिसवालों की जांच की जाए, जिन्होंने विधायकों के साथ अभद्रता की है। उन्होंने वादा किया है कि विपक्षी विधायकों की शिकायतों पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी और दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। बताया जा रहा है कि विजय सिन्हा ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव और डीजीपी को फोन कर आदेश दिया है कि दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें इस मामले में कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट सौंपी जाए।
जानें क्या है मामला?
दरअसल, 23 मार्च को नीतीश सरकार द्वारा लाए गए बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 (Bihar special armed police Bill 2021) के विरोध में विपक्षी पार्टियों के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। मार्शल से मामले को संभलता न देख डीएम और एसपी को बुलाया गया। जिसके बाद भारी हंगामें के बीच एक-एक कर विरोध कर रहे विधायकों को खींच-खींचकर बाहर कर दिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कई वीडियो में यह भी देखा जा रहा है कि पुलिस ने विधायकों के साथ जमकर बर्बरता की। कई मीडियाकर्मी और विधायकों को गंभीर चोटें आई है।
तेजस्वी ने दी पुलिस अधिकारियों को चेतावनी
वहीं, दूसरी ओर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, अधिकारियों को ये भी याद रखना चाहिए कि सरकार कभी भी बदल सकती है। उन्होंने कहा कि उनके पास उस दिन की पुरी फुटेज मौजूद है और किसी को माफ नहीं किया जाएगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता ऐसे नहीं चलती है बिहार पुलिस जेडीयू पुलिस हो गई है।
बीते दिन गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, हमें बीजेपी की तरह डरपोक समझने की भूल न करें। उन्होंने कहा कि आज बिहार में लोकतंत्र के मंदिर को तार-तार किया जा रहा है। बिहार में विधायकों को जूते मारे गए हैं, महिलाओं का चीरहरण हुआ है और नीतीश कुमार अभी भी आंखें दिखा रहे हैं।