राजधानी दिल्ली में पानी की समस्या आम बात हो गई है। एक तरफ जहां दिल्ली में गर्मी का प्रकोप बढ़ता ही चला जा रहा है। वैसे ही भीषण गर्मी के इस मौसम में लोगों का हाल बेहाल हो रहा। इस दौरान जब पीने का पानी भी नसीब नहीं होता, तो लोगों की परेशानियां बढ़ जाती है।
केजरीवाल सरकार भले ही कितने भी दावें क्यों ना कर लें, लेकिन आए दिन दिल्लीवालों को पानी से जुड़ी परेशानियों का सामना करना ही पड़ता है। किसी ना किसी इलाके से पानी की कमी की खबरें आती रहती हैं। कहीं लोगों को पीने का गंदा पानी मिलता है, तो कई जगहों पर तो पानी आता ही नहीं।
दिल्ली के पटेल नगर का भी ऐसा ही हाल है। यहां पानी की भारी किल्लत हो रही है। पटेल नगर के रहने वाले लोगों को पानी के लिए घंटों तक लाइन में लगे रहना पड़ता है।
भूख हड़ताल पर पूर्व निगम पार्षद
दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर केजरीवाल सरकार विपक्षियों के निशाने पर बनी रहती है। अब पानी की समस्या को देखते हुए पटेल नगर विधानसभा से बीजेपी की पूर्व निगम पार्षद श्याम बाला ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। वो इसके लिए 24 घंटों की भूख हड़ताल पर बैठी हैं।
राघव चड्ढा पर लगाए ये आरोप
आरोप लगे है कि पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, बाबा फरीद पुरी, पटेल नगर ईस्ट वेस्ट इन सभी इलाकों का पानी काटकर, दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने पानी इंद्रपुरी और टोडापुर में बने रिजर्व वायर में दे दिया। जिसकी वजह से इन इलाकों में काफी पानी की दिक्कत हो गई है। आरोप ऐसे लगाए जा रहे हैं कि AAP विधायक राघव चड्ढा ने अपना इलाका सही करने के लिए इन इलाकों का पानी काटकर इंद्रपुरी टोडापुर में दे दिया। जिसके चलते ही विपक्षी पार्टियों ने केजरीवाल सरकार को घेरना शुरू कर दिया।
श्याम बाला ने इस दौरान कहा कि दिल्ली जन बोर्ड के चेयरमैन हमारा पानी काटकर कहीं और दे रहे हैं। इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन पर FIR भी दर्ज की जानी चाहिए। दूसरे के घर में चोरी करना अवैध काम है। मैं आज चेताने के लिए आई हूं कि अगर हमारे यहां का पानी छोड़ा नहीं गया, तो बख्शा नहीं जाएगा। हम राघव चड्ढा और केजरीवाल जी के घर का घेराव भी करेंगे।
वैसे दिल्ली में पानी की समस्या कोई नई बात तो नहीं। तमाम सरकारें इस वादे के साथ सत्ता में आती है कि वो दिल्लीवालों को इस समस्या से छुटकारा दिलाएंगे, लेकिन ऐसा होता नहीं। आम आदमी पार्टी की सरकार कई साल हो गए, लेकिन अब तक ये सरकार भी दिल्लीवासियों की इस समस्या से निपटारा नहीं कर पाईं। गर्मी के मौसम में पीने का पानी तक लोगों को नसीब नहीं हो पाता। देखना होगा कि आखिर कब तक दिल्लीवालों को इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।