लोकसभा चुनाव 2019 में जीत हासिल कर लगातार दूसरी बार सत्ता में आने वाली बीजेपी ने बीते बुधवार को पहला कैबिनेट विस्तार किया। जिसमें 43 नेताओं ने शपथ ली और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया।
बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं की मोदी कैबिनेट से छुट्टी हो गई तो वहीं, दूसरी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए कई नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह भी मिल गई। मोदी कैबिनेट में महाराष्ट्र के 4 नेताओं को जगह मिली है। उनमें से 3 नेता ऐसे हैं जो दूसरी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए हैं।
इसी बीच राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउच ने इसे लेकर मोदी सरकार पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार में मंत्री पदों को भरने के लिए ‘मानव संसाधन’ उपलब्ध कराने के लिए बीजेपी को शिवसेना और एनसीपी का शुक्रिया अदा करना चाहिए।
पहले शिवसेना और एनसीपी में थे ये नेता
शिवसेना के इस दिग्गज नेता ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, नए केंद्रीय पंचायती-राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार पहले एनसीपी में थे। वहीं, नए MSME मंत्री नारायण राणे पहले शिवसेना में थे और उससे पहले वो कांग्रेस में भी रहे थे।
संजय राउत ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने उनमें कुछ तो खास देखा होगा जो उन्हें इतने महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। बीजेपी को शिवसेना और एनसीपी का शुक्रिया अदा करना चाहिए। जिन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए अच्छे मानव संसाधन उपलब्ध कराए।
राणे को मिलनी चाहिए थी और बड़ी जिम्मेदारी
शिवसेना नेता ने नारायण राणे पर स्पेशल टिप्पणी की। उन्होंने कहा, राणे को जो प्रभार दिया गया, उन्हे उसे बड़ी जिम्मेदारी मिलनी चाहिए थी। संजय राउत ने कहा, राणे मुख्यमंत्री रहे हैं और महत्वपूर्ण मंत्रालयों की बागडोर भी संभाल चुके हैं। एमएसएमई मंत्रालय में उनके सामने छोटे और मध्यम उद्योगों को पुनर्जीवित करने की चुनौती होगी। जो कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, उनके समक्ष रोजगार सृजन की चुनौती भी होगी।
बीजेपी में पड़ने वाली है बड़ी फूट!
संजय राउत ने बीजेपी के दिग्गज नेता प्रकाश जावड़ेकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाए जाने पर अफसोस जताया। बता दें कि कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले बीजेपी के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, रमेश पोखरियाल निशंक, धर्मेंद्र प्रधान, बाबुल सुप्रियो समेत कई नेताओं ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से कई तरह के सवाल भी उठने शुरु हो गए हैं। सीनियर नेताओं के साथ ऐसे बर्ताव के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी में बड़ी फूट पड़ने वाली है। हालांकि, स्थिति क्या होगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।