Sangrur News: रविवार को संगरूर जिले के माता काली देवी मंदिर में गंजेपन के इलाज के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के सिर पर तेल लगाने से एक अजीबोगरीब घटना घटी। इस इलाज के दौरान लगभग 20 लोग अपनी आंखों में जलन और तेज दर्द के साथ सिविल अस्पताल पहुंचे। इन लोगों ने इस समस्या से निजात पाने के लिए सिर पर तेल लगाया था, लेकिन इसका परिणाम बेहद बुरा रहा। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लगातार मरीजों का आना जारी रहा और डॉक्टरों को स्थिति पर काबू पाने के लिए त्वरित इलाज करना पड़ा।
कैंप और गंजेपन का इलाज (Sangrur News)
गंजेपन का इलाज आजकल एक बड़ा व्यवसाय बन चुका है, जिसमें बालों की रोपाई (हेयर ट्रांसप्लांट) जैसी सर्जरी से लेकर विभिन्न प्राकृतिक उपचारों तक की सेवाएं दी जाती हैं। यूरोप में 2010 और 2021 के बीच बालों के प्रतिरोपण के प्रति रुचि में 240 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, और तुर्की तो इस सर्जरी के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन चुका है। इस प्रक्रिया में बढ़ती रुचि को देखते हुए, तुर्की एयरलाइंस का मजाकिया रूप से नाम बदलकर ‘तुर्की हेयरलाइन्स’ तक रख दिया गया है।
माता काली देवी मंदिर में आयोजित कैंप का विवाद
हालिया घटना की बात करें तो, रविवार को संगरूर जिले के माता काली देवी मंदिर में एक व्यक्ति ने गंजेपन से परेशान लोगों के सिर पर बाल उगाने के लिए एक कैंप आयोजित किया। इस कैंप में शहर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। कैंप के आयोजक ने लोगों को सिर पर तेल लगाने का निर्देश दिया और उन्हें 15-20 मिनट बाद सिर धोने की सलाह दी। लेकिन जैसे ही लोग घर जाकर सिर धोने के लिए गए, उनकी आंखों में तेज जलन और दर्द होने लगा। इसके बाद मरीजों ने इमरजेंसी वार्ड का रुख किया और वहां उनका इलाज शुरू किया गया।
सोशल मीडिया पर जानकारी मिली
यह कैंप सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच लोकप्रिय हुआ था। कई लोगों ने बाल उगाने की उम्मीद में इस कैंप का हिस्सा बनने का निर्णय लिया था, लेकिन जैसे ही तेल लगाने के बाद उनकी आंखों में समस्या उत्पन्न हुई, उन्होंने डॉक्टरों से सहायता ली। अस्पताल में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों की आंखों में संक्रमण और जलन है, जिसके बाद उन्हें आंखों में दवाई डाली गई।
प्रशासन की कार्रवाई
यह कैंप बिना प्रशासन की अनुमति के आयोजित किया गया था। एसडीएम चरणजोत सिंह वालिया ने बताया कि अगर यह कैंप बिना उचित अनुमति के आयोजित किया गया है और लोगों को इससे कोई समस्या हुई है, तो इसकी जांच की जाएगी। इसके अलावा, कैंप लगाने वाले पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
अस्पताल में इलाज जारी
इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉ. गीतांशु ने कहा कि अब तक 20 से 30 मरीज उनके पास आए हैं और लगातार मरीजों का आना जारी है। डॉक्टरों ने मरीजों की आंखों का इलाज करते हुए उन्हें दवाएं दीं और जलन तथा दर्द को कम करने की कोशिश की।