इस वक्त दो नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में हैं। ये दो नाम है NCB मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े और NCP नेता नवाब मलिक। जहां एक तरफ समीर वानखेड़े बॉलीवुड के ड्रग्स मामले में ताबड़तोड़ एक्शन लेने के चलते सुर्खियों में बने हैं, तो वहीं इस बीच नवाब मलिक ने वानखेड़े पर कई भ्रष्टाचार-रिश्वत के कई संगीन आरोप लगाकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नवाब मलिक ने तो धमकी तक दे दी है कि एक साल में वानखेड़े जेल के अंदर होंगे।
पहले, समीर वानखेड़े के बारे में जान लीजिए…
वैसे जब से ड्रग्स केस में बड़े सुपरस्टार यानी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान फंसे है, तब से ही समीर वानखेड़े पर निजी और प्रोफेशन हमले तेज हो गए। समीर वानखेड़े की पहचान एक तेजतर्रार अफसर के रूप में होती है। पहले उनसे जुड़ी कुछ बातों के बारे में जान लेते हैं। साल 2020 में उनको NCB के मुंबई जोन का डायरेक्टर बनाया गया। वो इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) के 2008 बैच के ऑफिसर हैं। वानखेड़े के पिता भी पुलिस अधिकारी रहे हैं।
बॉलीवुड ड्रग्स केस के बाद आए सुर्खियों में
समीर वानखेड़े उस वक्त सबसे पहली बार सुर्खियों में आए थे, जब एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उन्होंने बॉलीवुड ड्रग्स कनेक्शन के मामले में जांच शुरू की। इस मामले में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती तो फंसी ही। साथ ही केस की आंच कई बड़े बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स तक भी पहुंची।
पहले शाहरुख पर की थी कार्रवाई
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा, जब समीर वानखेड़े किसी बड़े नाम पर कार्रवाई कर रहे हो। जब वो NCB में नहीं थे, उससे पहले साल 2011 में मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाहरुख खान को रोक गया था। तब शाहरुख यूरोप से छुट्टियां मनाकर वापस आ रहे थे। उनके पास बड़ी संख्या में बैग्स थे। तब उनसे पूछताछ की गई और फिर ज्यादा बैग्स होने के चलते डेढ़ लाख रुपये जुर्माना भी लगा। जिन अधिकारी ने उन पर एक्शन लिया, वो और कोई नहीं समीर वानखेड़े थे। तब उनकी तैनाती कस्टम विभाग में थीं। अब जब वानखेड़े NCB के मुंबई जोन के डायरेक्टर हैं, तो शाहरुख के बेटे यानी आर्यन एजेंसी के शिकंजे में फंसे हुए हैं।
अब सवालों के घेरे में वानखेड़े
मामले में आर्यन की मुश्किलें तो कम नहीं हो रही, लेकिन इस बीच वानखेड़े भी कई आरोपों में घिरते नजर आ रहे हैं। क्रूज ड्रग्स मामले में एक गवाह ने उन पर 8 करोड़ रुपये उगाही की कोशिश करने के आरोप लगाए हैं। जिसके बाद NCB ने उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए। वैसे समीर वानखेड़े पर ये भी आरोप लगते रहते हैं कि वो नाम और शोहरत पाने के लिए बॉलीवुड को टारगेट करते हैं। वहीं गवाह प्रभाकर सैल द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर उनकी मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई।
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने भी वानखेड़े पर हमलावर हैं। वो एक के बाद एक कई आरोप लगाकर उनको घेरते नजर आ रहे हैं। हालांकि मलिक द्वारा ऐसा करने की वजह ड्रग्स से जुड़े एक केस में अपने दामाद की गिरफ्तारी की मानी जा रही है। नवाब मलिक ने सिर्फ वानखेड़े के काम को लेकर ही नहीं, बल्कि उन पर कई निजी हमले भी बोले हैं।
बर्थ सर्टिफिकेट को लेकर भी मचा बवाल
NCP नेता ने आरोप लगाए कि समीर वानखेड़े ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी पाई। साथ में उन्होंने हाल ही में एक कथित बर्थ सर्टिफिकेट भी शेयर किया था। नवाब मलिक का दावा था कि ये समीर वानखेड़े का बर्थ सर्टिफिकेट है। इसके आधार पर उन्होंने कहा कि वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद क. वानखेड़े लिखा है और धर्म वाली जगह पर मुस्लिम लिखा है। NCP नेता ने आरोप लगाए कि वानखेड़े ने बाद में अपने बर्थ सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की। उन्होंने अपने पिता के नाम के साथ धर्म को भी बदल दिया। इसी आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाकर उन्होंने IRS में नौकरी भी पाई।
आरोपों पर क्या बोले वानखेड़े?
वहीं अपने ऊपर लग रहे इन आरोपों को समीर वानखेड़े सिरे से नकारते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि जब से क्रूज ड्रग्स मामले में कार्रवाई की, तब से ही उनको और उनके परिवार को टारगेट किया जा रहा है। पिता, बहन पर हमले किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उनकी दिवंगत मां को भी नहीं छोड़ा जा रहा। वानखेड़े ने अनुसार उनकी मां मुस्लिम थीं और पिता हिंदू। इसके अलावा उन्होंने मुंबई पुलिस को एक चिट्ठी लिखकर ये भी आशंका जताई कि उनको किसी फेक केस में फंसाया जा सकता है। वहीं NCP नेता नवाब मलिक के लगाए गए आरोपों पर समीर वानखेड़े के पिता भी सामने आए और उन्होंने भी आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उनका नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव वानखेड़े है।