Sambhal Chamunda Temple Land News उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सिरसी कस्बे में हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने अपने घरों पर ‘यह मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चिपका दिए, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया। बताया जा रहा है कि यह मामला चामुंडा मंदिर की जमीन पर कथित अवैध कब्जे से जुड़ा है। अब संभल में चामुंडा मंदिर की जमीन को लेकर हिंदू समुदाय और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाने का दावा किया है, लेकिन हिंदू पक्ष अभी भी संतुष्ट नहीं है। पुलिस की कार्रवाई और हिरासत में लिए गए लोगों को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।
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क्या है पूरा मामला? (Sambhal Chamunda Temple Land News)
हिंदू समुदाय का आरोप है कि मुस्लिम पक्ष ने चामुंडा मंदिर की जमीन पर लंबे समय से कब्जा कर रखा है। इस संबंध में प्रशासन से कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज कुछ लोगों ने विरोध स्वरूप अपने घरों पर मकान बिकाऊ है के पोस्टर चिपका दिए।
पुलिस की कार्रवाई
जैसे ही मामला प्रशासन के संज्ञान में आया, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कुछ परिवारों के सदस्यों को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में विमल सैनी, हरिओम सैनी और पप्पू सैनी शामिल हैं। परिजन पुलिस थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कई घंटे तक हिरासत में लिए गए लोगों को नहीं छोड़ा गया।
हिंदू समुदाय में बढ़ रही नाराजगी
स्थानीय हिंदू परिवारों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द न्याय नहीं किया, तो उन्हें भी पलायन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। आरोप है कि अब तक कई परिवार इलाका छोड़कर जा चुके हैं।
प्रशासन का पक्ष
संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पेंसिया ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है और कोई बड़ा विवाद नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रशासन को जब अवैध अतिक्रमण की जानकारी मिली, तो तुरंत एक्शन लिया गया। राजस्व टीम द्वारा जांच पड़ताल कर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मंदिर विवाद पर क्या बोले स्थानीय लोग?
हालांकि, कस्बे के कुछ हिंदू समुदाय के लोगों का कहना है कि चामुंडा मंदिर की जगह पर अवैध कब्जे की सच्चाई वे खुद वर्षों से देख रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।
पलायन की आशंका और सामुदायिक तनाव
इस विवाद के चलते इलाके में सामुदायिक तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। हिंदू पक्ष का आरोप है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे भी पलायन के लिए मजबूर होंगे। वहीं, स्थानीय प्रशासन इस पूरे विवाद को लेकर संवेदनशील रुख अपना रहा है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
आगे क्या होगा?
अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है। क्या हिंदू समुदाय की मांगों को सुना जाएगा या फिर यह विवाद और बढ़ेगा? प्रशासन की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।