देश में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति कुछ सामान्य होती दिख रही है लेकिन इस भीषण दौर में भी कई मंत्री और नेता अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर सुर्खियों में है। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कोरोना महामारी के लिए सरकार की नाइंसाफियों को जिम्मेदार ठहराया था।
अब यूपी के संभल लोकसभा सीट से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने भी कोरोना को लेकर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है, ये सिर्फ नमाज पढ़कर माफी मांगने और दुआ करने से ही खत्म होगी।
मस्जिद खोलने की इजाजत नहीं दी इसलिए…
समाजवादी पार्टी के सांसद ने कहा, ‘हमने तो पिछले साल ही ये कह दिया था की कोरोना कोई बीमारी नहीं है। कोरोना बीमारी होती तो दुनिया में इसका इलाज भी होता। यह तो सरकार की गलतियों की वजह से अजादे इलाही है, जिसका खात्मा अल्लाह के सामने रोकर अपनी गलतियों की माफी मांगने और दुआ करने से ही हो सकता है।‘
शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा, मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ने के लिए हमने सरकार से इजाजत भी मांगी थी लेकिन सरकार ने हमे इजाजत नहीं दी थी। जिसकी वजह से आज करोना बीमारी जैसी आसमानी आफत सामने है।‘
सरकार पर बोला जोरदार हमला
सपा नेता ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘मौजूदा सरकार ने शरीयत से ही छेड़छाड़ नहीं की है बल्कि अपनी सरकार में लड़कियों को पकड़वाकर बलात्कार करवाने, मॉब लिचिंग और तमाम जुल्म ज्यादतियां की है जिसकी बजह से करोना जैसी आसमानी आफ़त सामने है।‘ उन्होंने कोरोना वैक्सीन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, तमाम उलेमा और मौलवी पहले ही फतवा देकर वैक्सीन के टेस्ट को लेकर सवाल उठा चुके हैं। सपा सांसद ने कहा, अगर वैक्सीन टेस्टेड है तो लगवाने में कोई गुरेज नहीं है।
इस सपा सांसद ने भी दिया था ऐसा ही बयान
बता दें, बीते दिनों मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने भी कोरोना को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार ने जो नाइंसाफियां लोगों के साथ की हैं उसी की वजह से देश में दो बड़े तूफान आ गए और कोरोना की वजह से हजारों लोगों की जान चली गई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि जब नीचे वाला इंसाफ नहीं करता तो ऊपर वाले का इंसाफ होता है।