कुछ समय पहले मध्य प्रदेश के सीएम शिव राज सिंह चौहान की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही थी..इस तस्वीर में एमपी सीएम बारिश में खड़े हो छाता लगा कर पौधों में पानी देते नजर आ रहे थे… सीएम ये कर्मठता देखकर तो लोगो की बोलती बंद हो गई थी, भई इतनी तेज बारिश में भी पौधो को अलग से पानी की जरूरत पड़ी तो ये तो वाकई में सबकी बोलती बंद करने वाली बात ही है… अब जरा सोचिए ऐसे कर्मठ सीएम के राज्य में छोटे अधिकारी भी कितने मेहनती होंगे… इतने मेहनती कि बीते 7 सालों से 4 गांवों के सरपंच है, लेकिन पंचायत भवन तक नहीं है… आज तक कोई पंचायत ही नहीं बैठी..लोग ऐसे जी रहे है जैसे वो आज से 100 साल पहले से वक्त में जी रहे हो…लेकिन यहां पर न तो सरपंच को इनकी सुध लेने की फुरसत है और सरकार की बात तो छोड़ ही देते है। आज आपको सीएम शिवराज सिंह चौहान के राज के एक गांव की सैर कराते है… डिजिटल इंडिया, आधुनिक भारत, सबका साथ सबका विकास के ये जो सारे नारे है… उस सभी की धज्जियां उड़ती हुई नजर आयेगी। बीते 7 सालों में इस गांव के हाल के बाद शिवराज सरकार में कितना बड़ा घोटाला हो रहा है, इसका भी खुलासा हो जायेगा। सबसे पहले आप गांव का हाल देखिए।
बाइट-
https://www.youtube.com/watch?v=ylvCCMPJ42w
इस गांव का नाम राहु का गांव है…जो एमपी के मुरैना जिले में सबलगढ़ तहसील में पड़ता है। बीते सात सालों से इस गांव में एक ही सरपंच है। लोगो ने बड़ी उम्मीदों के साथ सरपंच बनायाथा, लेकिन इन सरपंच जी ने लोगो की जिंदगी को बद से बदतर बना दिया। स्कूल के नाम पर एक खंडहर है..जहां वैसे तो रिकॉर्ड के हिसाब से 80 बच्चे पढ़ते है लेकिन असल में 10 बच्चें भी आए तो गनीमत है। जर्जर भवन है.. न बिजली है औऱ न पानी… वहीं बात सड़को की की जाए तो ये सड़क नहीं नाले है… जिनसे निकलना लगभग नामुमकिन है। स्वास्थ्य केंद्र का तो कोई नाम ही नहीं है।