कोरोना महामारी के खिलाफ देश को एक बड़ा हथियार यानी वैक्सीन मिल गया है, लेकिन इस बीच एक बार फिर से इस वायरस ने देश में हाहाकार मचा दिया। कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात एक बार फिर से चिंताजनक बन गए। दिन पर दिन कोरोना अपने ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए नजर आ रहा है। बीते दो दिनों से नए केस डेढ़ लाख के आंकड़े को भी पार कर रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते हुए केस के बीच वैक्सीनेशन को तेज करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पीएम मोदी ने 11 से 14 अप्रैल के बीच टीका उत्सव मनाने का देश से आग्रह किया। उन्होनें इस दौरान वो लोग जो वैक्सीन के लिए योग्य है, उनसे बड़ी संख्या में वैक्सीन लगाने को कहा। लेकिन इस बीच वैक्सीन की कमी का मुद्दा भी काफी ज्यादा सुर्खियों में है।
वैक्सीन की होने लगी कमी?
दरअसल, कई राज्य सरकार का ये कहना है कि उनके पास वैक्सीन की कमी होने लगी है। जिसको लेकर केंद्र और कुछ राज्य सरकारों के बीच बयानबाजी छिड़ी हुई है। हालांकि जल्द ही वैक्सीन की ये जो कमी देश में हो रही है, वो कम हो सकती है।
देश में अभी तो सिर्फ दो ही वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसमें भारत बायटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड शामिल है। वहीं खबरों की मानें तो देश में जल्द और भी वैक्सीन आ सकती है।
रूसी वैक्सीन को मिल सकती है मंजूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी को बहुत जल्द ही भारत में मंजूरी दी जा सकती है। खबरों की मानें तो अगले 10 दिनों में इस वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए अप्रूवल मिल सकता है। भारत में इसको डॉ. रेड्डी लैब्स की मदद से बनाया जा रहा है। अगर इस वैक्सीन को सरकार मंजूरी दे देती है, तो देश को जल्द ही बड़ा स्टॉक मिल सकता है और जो वैक्सीन की कमी हो रही है, वो दूर हो सकती है।
साल के अंत तक आ सकती हैं इतनी वैक्सीन
वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो इसके अलावा देश में इस साल के अंत तक 5 और वैक्सीन आ सकती है। अक्टूबर तक देश में जॉनसन ऐंड जॉनसन की वैक्सीन, नोवावैक्स, जायडस कैडिला की वैक्सीन और भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन भी उपलब्ध होने के आसार है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ने लगा है। बात अगर सोमवार की करें तो देश में आज करीब-करीब एक लाख 69 हजार कोरोना केस सामने आए है। वहीं इस दौरान 900 से अधिक लोगों की मौत हो गई। देश में एक्टिव केस की संख्या 12 लाख के पार पहुंच गए है।