बिहार की सियासत में नीतीश कुमार के मंत्री के स्कूल से कथित तौर पर बरामद हुई शराब को लेकर सियासत चरम पर है। प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से लगातार बिहार सरकार की मंशा पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
आरजेडी नीतीश सरकार पर प्रदेश के भू-राजस्व मंत्री राम सूरत राय को बचाने का आरोप लगाते आ रही है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया। साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार और कथित तौर पर आरोपी मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
जिसके बाद आज सदन में भी आरजेडी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। वहीं तेजस्वी यादव समेत कई विधायकों ने विधानसभा परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन किया और राजभवन तक पैदल मार्च भी निकाला।
नीतीश कुमार से नहीं संभल रहा बिहार
इस दौरान तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को तानाशाह करार देते हुए कहा, सरकार सदन में हमें हमारे विचार रखने नहीं दे रही है। ये सरकार तानाशाही है। उन्होंने कहा कि बिहार की विधानसभा जदयू और बीजेपी का कार्यालय बन गया है। सदन में हमें दो मिनट तक नहीं बोलने दिया जाता। नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और उनसे बिहार संभल नहीं रहा है।
तेजस्वी यादव ने जदयू विधायक के स्कूल से शराब बरामदी को लेकर कहा कि हमने मंत्री को लेकर सबूत पेश किए हैं, सरकार इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? वहीं, आंदोलन कर रहे आरजेडी विधायकों ने नीतीश कुमार से राम सूरत राय को बर्खास्त करने की मांग की है।
प्रीसिंपल की गिरफ्तारी पर सरकार को लपेटा
बता दें, शनिवार सुबह ही तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर तथ्यों के साथ नीतीश कुमार के मंत्री को निशाने पर लिया था और बिहार सरकार पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने स्कूल के प्रीसिंपल की गिरफ्तारी पर सरकार को लपेटा। तेजस्वी यादव ने कहा, अमरेंद्र प्रताप ने पुलिस को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी, पर सरकार के दवाब में आकर पुलिस ने फोन करने वाले अमरेंद्र प्रताप को ही गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि नवंबर 2020 में कथित तौर पर राम सूरत राय के स्वामित्व वाले स्कूल से शराब की बोतले और कार्टन बरामद किए गए थे। जिसके बाद उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा करार दिया था। लेकिन आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्कूल का बिल पेश किया जो राम सूरत राय के नाम पर है।
साथ ही उन्होंने स्कूल का नाम रामसूरत के पिता के नाम पर बताया और कहा कि राम सूरत राय झूठ बोल रहे हैं। इसके बावजूद इस मामले पर सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।