बिहार की राजनीतिक गलियारों में इन दिनों हलचलें काफी तेज है। प्रदेश में बजट सत्र चल रहा है। सत्तारुढ़ एनडीए गठबंधन और विपक्षी पार्टियों के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है। बीते दिन सोमवार को प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार सदन में विपक्ष के एक नेता पर भड़क उठे। वह इतने नाराज हुए कि उन्होंने विपक्षी पार्टी के उस नेता से सख्त लहजे में कहा कि पहले नियम सीखिए, उसके बाद बोलिए।
सीएम के इस बर्ताव के बाद प्रदेश की सियासत में हडकंप मचा हुआ है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सीएम को घेरा है। वहीं, आज मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान आरजेडी विधायक मुकेश रौशन (Mukesh Raushan RJD) ब्लड प्रेशर नापने की मशीन और आला लेकर विधानसभा पहुंच गए।
‘जब से 43 सीट पर सिमटे हैं तब से…’
आरजेडी विधायक मुकेश रौशन (Mukesh Raushan RJD) पेशे से एक डॉक्टर भी है। आज मंगलवार को जब वह बीपी नापने की मशीन और आला लेकर सदन में पहुंचे तो हर कोई सोचने लगा आखिर माजरा क्या है। मीडिया ने उनसे इस बारे में सवाल किया, जिस पर आरजेडी विधायक ने प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री आजकल ज्यादा ही गुस्सा हो रहे हैं इसलिये उनका बीपी नापने की जरूरत है। ऐसे में हम ये बीपी मशीन लेकर आए हैं।‘
मुकेश रौशन ने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री कल विधान परिषद सदस्य सुबोध कुमार पर गुस्साए हुए थे। जब बिहार का आईना या हकीकत दिखाने की कोशिश करते हैं तो वो भड़क जाते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए हम बीपी नापने की मशीन लेकर आए हैं, जिससे उनका ब्लड प्रेशर सामान्य रहे और वह स्वस्थ रहें। आरजेडी नेता ने कहा, जब से उनकी पार्टी 43 सीट पर सिमट गई है तब से उनका गुस्सा चरम पर रहता है।‘
जानें क्या है मामला?
बता दें, बीते दिन सोमवार को विधान परिषद में कार्यवाही चल रही थी। एक सवाल पर नीतीश सरकार की तरफ से मंत्री ने जवाब दिया और फिर सवाल पूछने वाले सदस्य ने दूसरा सवाल किया। लेकिन पूरक प्रश्न पूछने के साथ ही विधान पार्षद सुबोध कुमार भी उठ खड़े हुए और उन्होंने अपनी तरफ से दूसरा प्रश्न पूछ डाला। जिसके बाद नीतीश कुमार ने खड़े होकर आरजेडी एमएलसी सुबोध राय को सीखने की नसीहत दे दी।