बिहार की सियासत में इन दिनों उथल-पुथल का खेल जारी है। लोक जनशक्ति पार्टी टूटने के कगार पर खड़ी है। पार्टी के दो गुट हो गए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर एलजेपी को तोड़ने के आरोप लग रहे हैं। पिछले दिनों एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने स्पष्ट कर दिया था कि अगर बीजेपी उन्हें साइडलाइन करती है तो पार्टी विकल्प तय करेगी।
उन्होंने राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी से हाथ मिलाने को लेकर कहा था कि आप राजनीति में आप कभी भी किसी को ना नहीं कह सकते। इसी बीच बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कई मुद्दों पर बिहार सरकार को निशाने पर लिया है और एलजेपी में चल रहे विवाद पर बड़ी टिप्पणी की है।
चिराग पासवान को लेकर कही ये बात
बीते दिन बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी और मंहगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। हर दिन पेट्रोल (Petrol) के दाम में बढ़ोतरी हो रही है और डिग्री होने के बाद ही लाखो युवा आज राज्य में बेरोजगार टहल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के राज में प्रदेश बदहाली की तरफ बढ़ रहा है।
तेजस्वी यादव ने एलजेपी में चल रही राजनीतिक कलह के लिए जदयू को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ‘अब चिराग पासवान यह तय कर लें कि उन्हें आरएसएस की विचारधारा वाली पार्टी के साथ रहना है या फिर संविधान निर्माता बाबा साहब ने जो लिखा है उसका साथ देना है।‘
लपेटे में नीतीश कुमार
एलजेपी में चल रहे विवाद को लेकर तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लपेटे में लिया। उन्होंने कहा, ‘अगर यह दिमाग वो प्रदेश के विकास में लगाते तो सभी का भला होता और राज्य विकास के पथ पर दौड़ता। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा सरकार विकास पर ध्यान देती तो आज काफी कुछ बदल जाता। ‘
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मौजूदा सरकार के शासन काल में बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं और राज्य के छोटे छोटे व्यापार पूरी तरह से ठप हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘यह सरकार जोड़ तोड़ की सरकार है और इसमे विकास असंभव हो गया है। इस सरकार में इसमें युवाओं के भविष्य में अंधेरा छा गया है। आज युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती रोजगार पाने की है। प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।‘