बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचलें काफी तेज हो गई है। राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है। कुछ महीनें पहले नीतीश कुमार ने अपने विश्वासपात्र आरसीपी सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया था। वहीं, मोदी कैबिनेट के विस्तार में आरसीपी सिंह को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल गई है।
जिसके बाद राज्य की सियात में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि जदयू को फिर से कोई नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। जदयू के साथ-साथ राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बदलने को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
इस बात की खबरें सामने आ रही है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर तेजस्वी यादव की ताजपोशी हो सकती है। इसी बीच पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का बयान सामने आया है। उन्होंने बिहार की सियासत में चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, बिहार की राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपनी उम्र और तबीयत के मद्देनजर अध्यक्ष पद से हट सकते हैं। जिसके बाद तेजस्वी यादव को इसकी जिम्मेदारी मिल सकती है।
इस पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का बयान सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अभी तेजस्वी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि यह सब मीडिया की बनाई हुई बातें है, अभी इसकी जरुरत नहीं है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि फिलहाल पार्टी को लालू यादव का मार्गदर्शन मिल रहा है तो नए अध्यक्ष बनाने की जरुरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा, तेजस्वी तो हमारे पहले से ही नेता हैं। उनके नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ा गया। अब तेजस्वी राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे तो उससे क्या होगा? तो अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है।
आरजेडी नेता ने कहा, आज भी तेजस्वी यादव ही नेता हैं लेकिन वे कभी नहीं चाहेंगे कि उनके पिता जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उनसे यह पद ले लें।
बताते चले कि आरजेडी के बिहार इकाई के अध्यक्ष जगदानंद अपनी स्वास्थ्य कारणों के कारण पद छोड़ना चाहते हैं। पार्टी की ओर से उनके विकल्प की तलाश की जा रही है। खबरों की मानें तो लालू प्रसाद यादव ने जगदानंद को खुद ही उनका विकल्प तलाशने की जिम्मेदारी दी है। नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए तेजप्रताप यादव समेत कई नामों पर अटकलें लग रही है। लेकिन अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है। ऐसे में आने वाले समय में स्थिति क्या होगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।
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