देश में वैश्विक
महामारी कोरोना वायरस का साया एक बार फिर से डराने लगा है। कोरोना की दूसरी लहर
दस्तक दे चुकी है। वैक्सीनेशन के बीच ही कोरोना वायरस ने दोबारा से तेजी से अपने
पैर पसारने शुरू कर दिए। महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात समेत कई राज्यों में जो
कोरोना की लहर उठ रही, वो पहले भी ज्यादा खतरनाक लग रही है। अकेले महाराष्ट्र से
ही 35 हजार मामले में एक दिन में सामने आने लगे हैं।
15 फरवरी से शुरू
हुई कोरोना की दूसरी लहर
कोरोना के बढ़ते कहर
के बीच इसको लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट की मानें तो कोरोना
की इस दूसरी लहर से 100 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया है
कि कोरोना की ये दूसरी लहर 100 दिनों तक चल सकती है। 15 फरवरी से शुरू हुई इस लहर
के मई तक चलने के आसार है। वहीं इस लहर के चलते देश में कोरोना के मामले 25 लाख तक
पहुंच सकते हैं।
अप्रैल-मई में पीक
पर होगा कोरोना
कोरोना की दूसरी लहर
को लेकर ये रिपोर्ट तैयार की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने। SBI की इस रिसर्च
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी से ही भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर
देखने को मिल रही है। इस दौरान कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। SBI के आर्थिक अनुसंधान विभाग द्वारा तैयार
रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अप्रैल-मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर अपने पीक
पर होगी।
23 मार्च के ट्रेंड को आधार मानकर तैयार की गई
रिपोर्ट में कहा गया कि दूसरी लहर की वजह से करीबन 25 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस
के मामले सामने आ सकते हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि लोकल लेवल पर लॉकडाउन
लगाने का कुछ खास असर नहीं होगा। महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्य इसका उदाहरण है।
इसलिए मास लेवल पर वैक्सीनेशन ही इसका एकमात्र उपाय है।
रिपोर्ट में ये बात
भी कही गई कि राज्यों को टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लानी होगी। अगर अभी के समय
को देखें तो रोजाना टीकाकरण की स्पीड 34 लाख से बढ़ाकर 40-45 लाख कर दी जाए, तो
तीन से चार महीनों में 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेट किया जा सकता है।
हालांकि रिजर्व बैंक
ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये आश्वासन दिलाया कि
कोरोना की इस दूसरी लहर के चलते आर्थिक वृद्धि में जो सुधार की रफ्तार आ रही है,
वो प्रभावित नहीं होगीं। उन्होनें कहा कि इस बार किसी को भी पिछले साल जैसे
लॉकडाउन की अब उम्मीद नहीं हैं।
आज आए 59 हजार से
ज्यादा मामले
गौरतलब है कि देश
में कोरोना की रफ्तार फिर से डरावना रूप ले चुकी है। बात अगर बीते 24 घंटों की
करें तो देश में कोरोना के 59 हजार से भी ज्यादा नए मामले सामने आए। जबकि 257
लोगों ने इस दौरान दम भी तोड़ा। भारत में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर चार लाख के
भी पार पहुंच चुके हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि कोरोना के मामले ऐसे वक्त
में बढ़ रहे हैं, जब लंबे लॉकडाउन के बाद देश में अधिकतर गतिविधियां दोबारा से
शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में कोरोना पर कंट्रोल पाना सबसे बड़ा चैंलेज बना हुआ है।