कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा में कार्यकाल खत्म हो गया है। मौजूदा समय में वह अभी पार्टी में किसी भी विशेष पद पर नहीं हैं। बीते दिनों उन्होंने पार्टी में कोई विशेष पद, सांसद या मंत्री जैसे पदों की लालसा न होने की बात स्पष्ट रुप से कही थी।
लेकिन इस बात पर गौर करना जरुरी हो गया है कि देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी का बर्ताव इन दिनों गुलाम नबी आजाद को लेकर कुछ अलग ही होता दिख रहा है। सदन में पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके फेयरवेल पर उनसे जुड़ा एक किस्सा शेयर किया था और भावुक हो गए थे।
जिसके बाद अब कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता के लिए केंद्र सरकार के कार्यक्रम में रेड कारपेट बिछाए जा रहे हैं और पोस्टर लगाया जा रहा है। जिसे लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही है।
सरकार के कार्यक्रम में आजाद का पोस्टर
दरअसल, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ मुशायरे का आयोजन किया गया था। जिसमें कांग्रेस नेता के लिए केंद्र सरकार की ओर से रेड कारपेट और कटआउट लगाए गए। इस कार्यक्रम में दो बड़े केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया।
दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने इस कार्यक्रम में गर्मजोशी से गुलाम नबी आजाद का स्वागत किया। यह पहला मौका रहा जब केंद्र सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किसी कांग्रेस नेता का पोस्टर लगाया गया था। गुलाम नबी आजाद दोनों ही केंद्रीय मंत्रियों के साथ वीवीआईपी जोन में बैठे थे।
बीजेपी को है किसी बड़े चेहरे की तलाश
बता दें, गुलाम नबी आजाद 5 बार राज्यसभा और 2 बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से वह जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। मौजूदा समय में वे किसी भी पद पर नहीं है। ऐसे में बीजेपी की ओर से गुलाम नबी आजाद को साधने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी को किसी बड़े चेहरे की तलाश है।
हालांकि, बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर गुलाम नबी आजाद पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जिस दिन कश्मीर में काली बर्फ होगी, उस दिन वह बीजेपी में शामिल होने के बारे में सोचेंगे।