देश के दिग्गज कारोबारी समूह टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Tata Sons former chairman Ratan Tata) का बुधवार (9 अक्टूबर 2024) को निधन हो गया। रतन टाटा के जीवन में कई ऐसे पहलू हैं जो उन्हें एक आम उद्योगपति से अलग बनाते हैं, जिसमें उनकी सादगी, परोपकार के साथ-साथ उनका निजी जीवन भी शामिल है। खासकर उनकी प्रेम कहानी, जो अधूरी रह गई, उसका जिक्र उन्होंने कई बार किया है। रतन टाटा की अधूरी प्रेम कहानी (Ratan Tata Love Story) उनके जीवन का एक ऐसा पहलू है जो उनके सच्चे प्यार को दर्शाता है। लेकिन उन्होंने इस अधूरे प्यार को अपने जीवन की दिशा बदलने का कारण नहीं बनने दिया, बल्कि इसके बाद उन्होंने खुद को टाटा समूह और समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया।
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रतन टाटा का निजी जीवन- Life of Ratan Tata
रतन टाटा हमेशा से ही अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी निजी रहे हैं। हालांकि, उनके प्रेम संबंध, जिसे उन्होंने एक महत्वपूर्ण जीवन अनुभव के रूप में याद किया, से पता चलता है कि उनका निजी जीवन भी चुनौतियों और त्याग से भरा था। भले ही उन्होंने अपने जीवन में शादी न करने का फैसला किया, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने परिवार, कंपनी और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाया।
रतन टाटा की अधूरी प्रेम कहानी- Ratan Tata Love Story
रतन टाटा ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वे युवा थे, तो उनके जीवन में एक ऐसा समय भी आया जब वे शादी करने के बहुत करीब थे। 1962 में जब रतन टाटा अमेरिका में काम कर रहे थे, तो उन्हें वहां एक लड़की से प्यार हो गया। वह लड़की और रतन टाटा शादी के बारे में भी सोच रहे थे, लेकिन उसी समय भारत-चीन युद्ध (1962) (India-China War) की स्थिति पैदा हो गई और रतन टाटा को भारत लौटना पड़ा।
अपने इंटरव्यू में रतन टाटा ने बताया कि लड़की जल्द ही भारत आकर उनसे शादी भी करने वाली थी, लेकिन उसके परिवार ने उसे भारत आने से रोक दिया। उस समय युद्ध के कारण अनिश्चितता और चिंता का माहौल था और इसी वजह से रतन टाटा की यह प्रेम कहानी अधूरी रह गई।
रतन टाटा का निर्णय
इस प्रेम कहानी के अधूरे रह जाने के बाद रतन टाटा ने कभी शादी न करने का फैसला किया। उन्होंने अपना जीवन अपने करियर और समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा है कि उन्हें इस फैसले पर कोई पछतावा नहीं है और वह अपने जीवन में जिस तरह का काम कर रहे हैं, उससे संतुष्ट हैं।
शादी न करने के अन्य कारण:
रतन टाटा के जीवन में विवाह न करने का निर्णय केवल इस अधूरी प्रेम कहानी तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपने जीवन में शादी न करने के बारे में कई कारण बताए हैं:
– परिवार और जिम्मेदारियाँ: रतन टाटा ने हमेशा अपने परिवार और काम को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा है कि वे अपनी जिम्मेदारियों और पेशेवर जीवन में इतने व्यस्त थे कि उन्हें शादी के लिए समय नहीं मिल पाया।
– समर्पण और जीवन संतुलन: रतन टाटा ने अपना जीवन टाटा समूह और समाज सेवा को समर्पित कर दिया। उनका मानना था कि अपने व्यस्त करियर के कारण वे शादी और परिवार को ज़रूरी समय और ध्यान नहीं दे पाए।
– व्यक्तिगत पसंद: उन्होंने कई बार कहा है कि उन्हें शादी न करने के फ़ैसले पर कोई पछतावा नहीं है। वे जिस तरह से अपना जीवन जीते आए हैं, उससे पूरी तरह संतुष्ट और खुश हैं।