बिहार की बड़ी पार्टियों में से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) विवादों में हैं। दरअसल, समस्तीपुर से LJP सांसद और चिराग पासवान के चचेरे भाई प्रिंस राज पासवान के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज हुआ है
FIR में चिराग का नाम भी
सिर्फ यही नहीं इस मामले में जो FIR दर्ज की गई, उसमें चिराग पासवान का भी नाम शामिल हैं। चिराग पर आरोप ये लग रहे हैं कि उन्होंने प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने की कोशिश की। इसके अलावा पीड़िता के मुताबिक इस घटना के बारे में जब उन्होंने चिराग को बताया था, तो उन्होंने मदद करने की जगह उनकी पहचान को ही सार्वजनिक कर दिया।
पीड़िता ने किए ये दावे
पीड़िता के बताया कि वो LJP से जुड़ी हुई थीं। आरोपों के मुताबिक 2020 में प्रिंस राज ने उनके साथ वेस्टर्न कोर्ट में नशीला पदार्थ पिलाकर रेप किया था। पीड़िता के अनुसार इस दौरान प्रिंस ने उनका अश्लील वीडियो भी बना लिया था।
आगे पीड़िता ने बताया कि जब मैंने इसके बारे में चिराग भैया को बताया, तो उन्होंने मेरी मदद करने की जगह मेरी पहचान को ही सार्वजनिक कर दिया और उन्होंने प्रिंस की मदद की थीं।
महिला के अनुसार इस मामले में उन्होंने 3 महीने पहले पुलिस में शिकायत भी की, लेकिन अब तक मामले में कोई भी सुनवाई नहीं हुई। जब कोर्ट ने आदेश दिया, तो उसके बाद दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की।
प्रिंस ने आरोपों को नकारा था
वैसे प्रिंस राज से जुड़ा ये रेप का मामला पहले ही सामने आ चुका है। जिस पर 17 जून को उनकी तरफ से सफाई भी दी गई थीं। तब प्रिंस ने ट्वीट करते हुए आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने लिखा था कि मैं पूरी तरह से इस दावे से इनकार करता हूं, जो मेरे खिलाफ किया गया। ऐसे सभी दावे स्पष्ट रूप से झूठे, मनगढ़ंत हैं। मेरे सम्मान और प्रतिष्ठा को खतरे में डालकर मेरे पर दबाव बनाने के लिए ये बड़ी आपराधिक साजिश है। साथ ही प्रिंस ने ये भी कहा था कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए जो कानून बनाए गए, उनका यूं बार-बार दुरुपयोग और द्वेषपूर्ण प्रयासों से मैं बेहद दुखी हूं।
रामविलास पासवान के बाद बिखरीं LJP
गौरतलब है कि बिहार की राजनीति में लोक जनशक्ति पार्टी भी बड़ी राजनीतिक पार्टियों में से एक हैं। दिवंगत रामविलास पासवान का बिहार की राजनीति में काफी प्रभाव था, लेकिन उनके जाने के बाद पार्टी दो गुटों में बिखर गईं। पशुपति कुमार पारस ने पार्टी से बगावत कर अपना गुट बना लिया था। चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस फिलहाल लोजपा के दो अलग-अलग गुटों का नेतृत्व कर रहे हैं। पशुपति कुमार पारस को मोदी सरकार में मंत्री पद भी मिला। वहीं प्रिंस राज पासवान भी उन पांच सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने चिराग पासवान से बगावत कर LJP का अपना गुट बना लिया।