देश और दुनिया में बीजेपी (BJP) की पार्टी से निलंबित की गई पूर्व प्रवक्ता और महिला नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के पैगंबर मोहम्मद वाले बयान पर दिन-प्रतिदिन राजनीति गर्म होती जा रही हैं। नूपुर के Prophet Muhammad के बयान से देश का माहौल भी बिगड़ रहा हैं। इस बयान को लेकर देश में हिन्दू और मुस्लिम समुदायों के बीच काफी तनाव की स्थिति भी देखी जा रहीं हैं।
इनसभी नाजुक हालातों के बीच कल देश में झारखंड (Jharkhand) के रांची (Ranchi) शहर में एक बड़ी हिंसा हो गई। जिससे पुरे Ranchi में हड़कंप मच गया। हिंसा (Violence) इतनी भयावह थी कि रांची में जमकर तोड़फोड़ , आगजनी हुई। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई। कई पुलिस वाले घायल हो गए। अंत में हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा। बिगड़ते हालात को देखते हुए रांची प्रशासन ने इंटरनेट सुविधा सुबह छह बजे तक बंद करवा दी गई है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में SDM के आदेश पर धारा 144 लागू कर दी गई है।
कैसे शुरू हुई हिंसा
पैगंबर मोहम्मद वाले बयान पर नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इकरा मस्जिद के पास नमाज के बाद लोगों की भीड़ बेकाबू हो गई थी। जिसके कारण रांची का मेन रोड का इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। देखते-देखते पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। बेकाबू भीड़ ने पुलिस को निशाना बनाया और आसपास की दुकानों और एक धार्मिक स्थल पर भी पत्थर फेंके। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आगे आयी पुलिस को भी भागना पड़ा। इस पथराव में डेली मार्केट थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर, कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की है। फिलहाल स्थिति पर काबू पा लिया गया है। मौके पर रांची के सभी थानों के थानेदार और DSP पहुंच गए हैं। पुलिस लाइन से अतिरिक्त बल मंगवाया गया है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार विशेष समुदाय के उपद्रवियों ने करीब 25 गोलियां पुलिस पर चलाई हैं। पहले उपद्रवियों की ओर से गोलियां चलाई गई, जिसके बाद DC के आदेश पर जवानों ने करीब 150 से अधिक गोलियां चलाई। अगर पुलिस फायरिंग नहीं करती तो स्थिति और भयानक रूप धारण कर लेती।
झारखंड CM हेमंत सोरेन का बयान
झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद राजधानी रांची में संप्रदाय विशेष की ओर से किए गए उपद्रव पर अफसोस जताया है। संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि आज की घटना से जुड़े विषय पर भी चिंता की आवश्यकता है। कहीं न कहीं हम सब बहुत सुनियोजित तरीके से कुछ ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं, जिसका परिणाम हम सबको भुगतना पड़ेगा। राज्य के लोग धैर्य रखें और किसी भी जुर्म में शरीक न हों। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता संवेदनशील रही है और वर्तमान हालात में हम कड़ी परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। हो सकता है कि आगे अभी कठिन परीक्षाएं भी हों, लेकिन हमें धैर्य खोने की आवश्यकता नहीं है।
हिंसा पर पुलिस का बयान
घायल होने से पहले SSP सुरेन्द्र कुमार झा ने बताया, ‘‘आज शहर के मेन रोड इलाके में जुमे की नमाज के बाद एकरा मस्जिद और आसपास के इलाकों से भारी संख्या में जमा उपद्रवियों ने पथराव किया और कुछ स्थानों पर गोलीबारी भी की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां चलायीं. स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। ’’
सुरेंद्र कुमार ने आगे बताया कि ‘‘सैकड़ों की संख्या में पथराव कर रहे उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा लेकिन इससे भी जब बात नहीं बनी तो पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी। ’’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि उपद्रवियों की गोलीबारी और पथराव में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा डेली मॉर्केट के थानाध्यक्ष समेत अनेक पुलिसकर्मी एवं दर्जन भर आम लोग भी घायल हो हुए हैं. घायलों में से कई लोगों की हालत गंभीर बतायी जा रही है।
रांची पुलिस के इंटेलिजेंस पर उठ रहे गंभीर सवाल
जानकारी के अनुसार रांची के हिंदपीढ़ी में एक दिन पहले से ही उपद्रव की खिचड़ी पक रही थी। आज सुबह से दुकानें बंद थी। नमाज का दिन था लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं के बराबर थे। जब बवाल बढ़ा, तब आनन-फानन में अतिरिक्त बल मनाया गया। रांची के DIG अनीश गुप्ता, SSP सुरेंद्र कुमार झा मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।