भारत में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हालात दिन प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। मुश्किल की इस घड़ी में दुनिया के तमाम देश मदद के लिए आगे आए हैं। हमारे पड़ोसी मुल्क की ओर से भी लगातार मदद भेजी जा रही है। लेकिन हमारा चिर प्रतिद्वंदी चीन इस मुश्किल की घड़ी में भी अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है।
बताया जा रहा है कि मुसीबत की इस घड़ी में चीन ने अपनी सेना, पीएलए की अतिरिक्त कुमुक वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार लद्दाख में भेज दी है ताकि भविष्य में वे हमला कर सके। इसे लेकर बीजेपी के दिग्गज नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लपेटे में लिया है।
जानें क्या है मामला?
बीते दिन शुक्रवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, हमलोग भी तैयार हैं लेकिन हमको लोगों की जान के रुप में बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा, भारत ने पहले गलती की। हमें चीनी सैनिकों के वापस जाने तक कैलाश रेंज से हटना ही नहीं चाहिए था।
I must inform that at this hour of crisis that China has send additional PLA troops into Ladakh across the LAC for an attack in the near future. We are also well prepared but it will be at a heavy human cost. We should never have given up Kailash Range without Chinese withdrawal.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 7, 2021
अपने अगले ट्वीट में स्वामी ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया। राज्यसभा सांसद ने कहा कि साल 2015 में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को उनके आवास पर चीन की चालबाजी के बारे में बताया था। जिसके बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के एक कार्यक्रम में यही बात अमित शाह को भी बताई थी लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया।
बीजेपी नेता ने अपने ट्वीट में लिखा कि पीएम मोदी ने उनकी बातों को सुनकर कोई जवाब ही नहीं दिया था और अमित शाह ने यह बात ही खारिज कर दी थी। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर उसी वक्त चेतावनी पर ध्यान दिया गया होता तो आज यह दिन नहीं देखने पड़ते।
केंद्र सरकार पर हमलावर हैं बीजेपी नेता
सुब्रमण्यम स्वामी के इन दावों पर अभी तक केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी की ओर से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। बता दें, राज्यसभा सांसद इन दिनों आये दिन मोदी सरकार की नीतियो और देश में कोरोना से उत्तपन्न हुए हालात को लेकर सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा था कि कोविड से लड़ने का काम वो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंप दें, क्योंकि यह काम कार्यालय (PMO) के बस का नहीं है। उनके इस बयान को लेकर भी जमकर सियासत हुई थी। सोशल मीडिया पर लोगों ने स्वामी की बातों का समर्थन भी किया था।