किसान आंदोलन को लेकर पूरे देश में आंदोलन तेज हो गया है। विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर है। पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया था। जिसके बाद विपक्षी पार्टी के कई नेताओं ने खूब प्रतिक्रियाएं दी थी। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार का काम किसानों को डराना या धमकाना नहीं है बल्कि इस समस्या का शांति से समाधान करना है।
क्या किसान दुश्मन हैं?
राहुल गांधी ने किसानों के धरना स्थल पर हुई किलेबंदी को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, सरकार प्रदर्शन वाली जगहों पर किलेबंदी क्यों कर रही है। किसान इस देश की ताकत हैं और यह समस्या देश के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘क्या सरकार किसानों से डरती है? क्या किसान दुश्मन हैं? वे लोग हमारे लिए फसल उपजाते हैं, हमें जिंदा रखते हैं।‘
मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, केंद्र सरकार को किसानों को सुनने की जरूरत है क्योंकि किसान वापस नहीं जाने वाले हैं, अंत में सरकार को पीछे हटना ही पड़ेगा। सरकार कह रही है कि एक फोन कॉल की दूरी पर सरकार है। उन्होंने कहा, ‘ये क्या है? किसान कह रहे हैं कि कानूनों को वापस लो और आप कह रहे हैं कि बातचीत करो। वो प्रधानमंत्री से बातचीत थोड़ी करना चाहते हैं, वो अपना कानून वापस लेना चाहते हैं।‘
किसान हमारी रीढ़ की हड्डी हैं…
राहुल गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी को देश की अर्थव्यवस्था नष्ट करने का प्रमुख कारण बताया। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आपने नोटबंदी की, फिर जीएसटी लागू की, आपने हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया। फिर कोविड आ गया, इसके बाद और नुकसान हुआ। जब उद्योगों को चोट लगी, तो हमारे किसानों ने हिंदुस्तान को बचाया। अब आप उनकी जिंदगी बर्बाद कर रहे हो। वो हमारी रीढ़ की हड्डी हैं।‘ उन्होंने कहा कि इस देश में नेतृत्व का अभाव है, कोई नेतृत्व नहीं है।
गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर घटी घटना को लेकर राहुल गांधी ने कहा, ये बीजेपी का मुद्दे से ध्यान भटकाने का तरीका है। अगर किसी ने गलत काम किया तो वह गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है। अगर आप पूरी तस्वीर को देखें तो सरकार पूरी स्थिति को नियंत्रण नहीं कर पा रही है। उन लोगों ने अर्थव्यवस्था से लेकर देश की तमाम चीजों को बर्बाद कर दिया है, इसलिए इस तरह का विवाद खड़ा कर लोगों को भटकाना चाहते हैं।
सबसे पैसा छीनकर 10-15 लोगों के पॉकेट में डाल रही सरकार
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर टिप्पणी करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, मुझे उम्मीद थी कि सरकार हिंदुस्तान के 99 फीसदी लोगों की मदद करेगी। लेकिन ये बजट सिर्फ 1 फीसदी आबादी का बजट है। जो हमारे सूक्ष्म और लघु उद्योग के लोग हैं, जो किसान हैं, मजदूर और जवान हैं, उन सबसे पैसा छीनकर 10-15 लोगों के पॉकेट में डाल दिया है। हिंदुस्तान को अपनी जनता के हाथ में पैसे देने की जरूरत थी, हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत थी लेकिन सरकार जो कर रही है, उससे नहीं होगी।
रक्षा बजट में पैसे नहीं बढ़ाने को लेकर कसा तंज
कांग्रेस नेता ने सरकार द्वारा रक्षा बजट में पैसे नहीं बढ़ाने को लेकर भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘चीन हिंदुस्तान के अंदर आकर हमारी जमीन लेता है और आप बजट में चीन को क्या मैसेज दे रहे हैं कि हम अपना रक्षा पर खर्च नहीं बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि ये कौन सी देशभक्ति है और राष्ट्रवाद है कि सर्दी में हमारी सेना खड़ी है और उन्हें हम पैसे नहीं दे रहे हैं।‘