किसान आंदोलन को लेकर देश की लगभग सभी विपक्षी पार्टियां और विपक्ष के बड़े-बड़े नेता केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर से किसान आंदोलन के समर्थन में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने मोदी सरकार पर किसानों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया है।
‘किसान मोदी सरकार से कितने नाउम्मीद है…’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘किसान-मज़दूर के गांधी जयंती तक आंदोलन के निर्णय से उनके दृढ़ संकल्प के साथ ही ये भी साफ़ है कि वे मोदी सरकार से कितने नाउम्मीद हैं। अहंकार छोड़ो, सत्याग्रही किसानों की तकलीफ़ समझो और कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!’ राहुल गांधी इससे पहले भी किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं और केंद्र सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की अपील कर चुके हैं।
2 अक्टूबर तक आंदोलन जारी रखेंगे किसान
दरअसल, बीते दिन शनिवार को किसान संगठनों ने यूपी, दिल्ली और उत्तराखंड को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में 3 घंटे का चक्का जाम किया था। खबरों के मुताबिक चक्का जाम सफल भी रहा। जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया था।
उन्होंने कहा, वे 2 अक्टूबर तक गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे। कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग के साथ किसान पिछले 2 महीने से अधिक समय से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान नेताओं की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसानों की घर वापसी नहीं होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ ही दिनों में केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच फिर से बातचीत शुरु हो सकती है, और जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।