केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर देश की सियासत में बवाल जारी है। विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार को निशाना बना रही है। किसान पिछले 79 दिनों से दिल्ली की बॉर्डरों पर आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से इन कानूनों को रद्द करने एवं साथ ही एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे है।
देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जगह-जगह महापंचायतों को संबोधित कर रहे हैं और केंद्र को निशाने पर ले रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। बीते दिन उन्होंने राजस्थान में किसान महापंचायत को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए।
जिसके बाद शिकागो यूनिवर्सिटी के दिपेश चक्रवर्ती से बात करते हुए अपने राजनीतिक करियर, ट्रोल्स, परिवारवाद समेत कई मुद्दों पर बातचीत की। प्रोफेसर दीपेश चक्रवर्ती के साथ डिजिटल संवाद के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘सपने बेचने का आरोप लगाया।
‘ट्रोल्स मेरे मार्गदर्शक जैसे हैं’
राहुल गांधी ने दिपेश चक्रवर्ती से बात करते हुए कहा, ‘मैं जैसै-जैसे पॉलिटिक्स में आगे बढ़ता हूं मेरी विचारों की लड़ाई तेज़ हो जाती है। इस वजह से जो लोग मेरे विचारों से सहमत नहीं रहते हैं वो मुझ पर लगातार हमले करते रहते हैं। ट्रोल्स द्वारा मुझपर हमला करना मेरी समझ को तेज़ करता है, जब लोग मेरा विरोध करते हैं तो मुझे पता होता है कि मैं सही जगह पर हूं। एक तरह से देखा जाए तो ट्रोल्स मेरे मार्गदर्शक के जैसे हैं जिनसे मुझे पता चलता है कि मुझे क्या करना है। यह एक प्रक्रिया है जो निरंतर आगे बढ़ती रहती है।‘
राजनीति से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘अब मैं इस रास्ते पर बहुत आगे निकल चुका हूं। हालांकि, अगर आप मुझसे यह सवाल 15-20 साल पहले पूछते कि मैं राजनीति के बारे में क्या सोचता हूं तो मेरा जवाब आज के हिसाब से बिल्कुल अलग होता।‘
‘मेरे परिवार से आखिरी बार 30-35 साल पहले कोई PM था’
राजनीतिक पार्टियों की ओर से कांग्रेस पर हरदम वंशावाद का आरोप लगता आया है। शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने जब राहुल गांधी से वंशवाद पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ‘मेरे परिवार से आखिरी बार 30-35 साल पहले प्रधानमंत्री बने थे। संप्रग सरकार में मेरे परिवर से कोई शामिल नहीं था। मैं कुछ मूल्यों के लिए लड़ता हूं। आप यह नहीं कह सकते कि मैं राजीव गांधी का बेटा हूं तो मैं इन मूल्यों के लिए क्यों नहीं लड़ सकता।
राहलु गांधी ने कहा, ‘मेरा परिवार शुरू से इस देश के लिए खड़ा रहा है। मेरी दादी और मेरे पिता ने देश के लिए अपनी जान दे दी। उन्होंने इस देश को बचाने के लिए अपनी जान दे दी। मेरे परिवार का बलिदान मुझे बताता है कि मुझे आगे क्या करना है। मैं उनसे हमेशा सीख लेता हूं।‘