जी-20 आयोजन के लिए प्रधानमंत्री ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
कुछ दिन पहले ही जी-20 की मीटिंग (G 20 Summit) हुई थी और उसमे बाकी सारे मुद्दों के साथ यह भी तय किया गया की आने वाले जी-20 की मीटिंग की अध्यक्षता भारत करेगा। इसी सिलसिले में केंद्र सरकार ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई थी। केंद्र की बुलाई गई इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पहुंचीं थीं।
तैयारियों पर हुआ विचार-विमर्श
अगले साल सितंबर में होने वाली जी-20 का शिखर सम्मेलन (G 20 Summit) भारत में आयोजित किया जाएगा। सोमवार 5 दिसंबर को जी 20 समिट की तैयारियों पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) रखी थी। इस मीटिंग से कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई हैं। इस प्लेटफार्म के जरिए दुनिया को अपनी ताकत से अवगत कराने का भारत के पास एक सुनहरा अवसर है।
प्रधानमंत्री ने टीम वर्क पर दिया जोर
बैठक की अगुवाई करते हुए प्रधानमंत्री ने टीम वर्क पर जोर दिया और जी-20 सम्मेलन के अलग-अलग कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सभी से सहयोग मांगा। प्रधानमंत्री ने बैठक की अगुवाई करते हुए कहा कि, “पारंपरिक बड़े महानगरों से परे जी -20 की अध्यक्षता, भारत के कुछ हिस्सों के विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्टता को सामने लाने में मददगार साबित होगी।” विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा आज भारत के प्रति दुनिया भर में जिज्ञासा और आकर्षण है, जो इस अवसर के महत्व को और अधिक बढ़ाता है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘टीम वर्क’ के महत्व पर जोर दिया और जी-20 के विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन में सभी नेताओं से सहयोग भी मांगा है।
अमित शाह सही कई दिग्गज नेता बैठक में थे उपस्थित
इस अवसर के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल, वाईएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीताराम येचुरी, तेलुगू देशम पार्टी के एन चंद्रबाबू नायडू और द्रमुक के एम के स्टालिन सहित अन्य दलों के नेताओं ने भी बैठक को संबोधित किया। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, बेंथम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी उपस्थित थी। बैठक में जी-20 प्राथमिकताओं के पहलुओं पर चर्चा करते हुए इसको विस्तार से बताते हुए एक प्रस्तुति भी दी गई। बैठक में हिस्सा लेने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, एस जयशंकर, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और भूपेंद्र यादव भी कल्चरल सेण्टर में पहुंचे हुए थे।