यूपी के प्रयागराज में हिंसा के बाद पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही माहौल खराब करने वालों पर एक्शन लिया जा रहा है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जो लोग साजिश में शामिल थे, पुलिस ने उनके घर पर बुलडोजर चलाया। इसके अलावा कई आरोपियों को धर दबोचा है। इसके अलावा मस्जिद के इमाम अली अहमद का नाम भी बवाल करवाने वालों में सामने आया है।
दरअसल, प्रयागराज में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अटाला बड़ी मस्जिद के इमाम अली अहमद को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक इमाम अली पर लड़कों को भड़काने का आरोप है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को काफिर कहते हुए लड़कों को उकसाया, जिसके बाद प्रयागराज में पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हुई। हिंसा मामले में पुलिस ने इमाम अली को भी नामित किया था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रयागराज में हिंसा उकसाने के आरोप में पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए जावेद पंप के घर पर बुलडोजर चलावाया था। जाहिर है हिंसा को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों की जांच कर गिरफ्तार किया और उनके घरों पर बुलडोजर चलाकर हिंसा फैलाने का जवाब दिया।
आपको बता दें कि यूपी के प्रयागराज में हिंसा फैलाने को लेकर सबसे पहले जावेद पंप पर कार्रवाई की गई। उसके घर पर बुलडोजर चलाकर सारी संपत्ति को तहस-नहस कर दिया गया। जावेद प्रयागराज के अटाला में रहता है। इसके साथ ही उसका टुल्लू पंप का कारोबार है जिसकी वजह से उसे जावेद पंप कहा जाता है। इसके अलावा जावेद वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया का प्रदेश महासचिव भी है।
अब तक पुलिस को जावेद पंप के मोबाइल से कई सबूत बरामद हुए है। सबूत में हिंसा को भड़काने और भड़काऊ बयान देने की क्लिपिंग भी बरामद हुई है। इसके अलावा और सबूत जुटाने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए मोबाइल को फॉरेंसिक लैब भेजा गया है, ताकि डिलीटेड चैट और कॉल रिकॉर्डिंग की फुल जांच हो सके। पुख्ता सबूत मिलने के साथ बाकी के दोषी पाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।