Prayagraj Maha Kumbh Fire: प्रयागराज के महाकुंभ मेले में रविवार दोपहर एक भीषण आग लगने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। झूंसी इलाके के सेक्टर-19 में गीता प्रेस के शिविर में आग लगने से देखते ही देखते 200 से अधिक टेंट जलकर खाक हो गए। आग से टेंट में रखा सामान भी पूरी तरह से जल गया। इस घटना ने पूरे मेले क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
कैसे लगी आग? (Prayagraj Maha Kumbh Fire)
प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग लकड़ी की जलती हुई चूल्हे से लगी, जो टेंट तक पहुंच गई। इसके बाद सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग और तेजी से फैल गई। आग ने सेक्टर-20 तक अपना विकराल रूप धारण कर लिया।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: The fire that broke out in #MahaKumbhMela2025 has been brought under control pic.twitter.com/ECdae31X4Q
— ANI (@ANI) January 19, 2025
राहत और बचाव अभियान
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियां और एनडीआरएफ (NDRF) तथा एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें मौके पर पहुंच गईं। लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
मेला अधिकारी विजय किरण आनंद और एसएसपी राजेश द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
सुरक्षा उपायों के बावजूद घटना
महाकुंभ क्षेत्र में आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए 50 फायर फाइटिंग पोस्ट और 350 से अधिक फायर ब्रिगेड वाहन तैनात किए गए थे। आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (AWT) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया गया, जो 35 मीटर ऊंचाई तक आग बुझा सकते हैं।
स्थिति का जायजा लेने पहुंचे सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत राहत और बचाव कार्यों के निर्देश दिए। उन्होंने मेला क्षेत्र का दौरा किया और अधिकारियों से घटना के कारणों की जांच करने को कहा। सीएम योगी ने आगजनी से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जताई चिंता
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आग की घटना को लेकर सरकार से सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
महाकुंभ मेले में लगी आग का तुरंत गंभीरता से संज्ञान लिया जाए और आगे ऐसी दुर्घटना न हो, इसको सुनिश्चित किया जाए। pic.twitter.com/iJKnX5WLWH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 19, 2025
क्या हुआ नुकसान?
- आग से 200 से अधिक टेंट जलकर राख हो गए।
- टेंटों में रखा सामान पूरी तरह नष्ट हो गया।
- आग से एक व्यक्ति झुलस गया, लेकिन किसी की मौत की सूचना नहीं है।
- गीता प्रेस के शिविर और धर्म संघ के शिविर को भी नुकसान हुआ।
सिलेंडर ब्लास्ट ने बढ़ाई समस्या
आग लगने के दौरान 20 सिलेंडर ब्लास्ट होने की सूचना है, जिसने आग को और भड़काया। इस वजह से राहत और बचाव कार्य में दिक्कतें आईं।
आग की रोकथाम के लिए तैनात थे सुरक्षा उपकरण
महाकुंभ में आगजनी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए फायर प्रोटेक्शन उपकरण लगाए गए थे।
- 50 अग्निशमन केंद्र
- 2000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मी
- 350 फायर ब्रिगेड वाहन
इन सुरक्षा उपायों के बावजूद यह घटना सवाल खड़े करती है कि क्या सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त थी।