पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में मिली करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी की बंगाल इकाई में उठा पटक देखने को मिल रही है। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। तो वहीं, कुछ नेता टीएमसी में शामिल होने के लिए लगातार टीएमसी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के टीएमसी में शामिल होने के बाद से ही बंगाल की सियासत में भूचाल आया है।
मुकुल रॉय बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के करीबी बताए जाते थे। लेकिन चुनाव में मिली हार के बाद कथित तौर पर जब विजयवर्गीय को बीजेपी ने बंगाल से दूर कर दिया, जिसके बाद मुकुल रॉय ने घर वापसी का फैसला लिया और टीएमसी में शामिल हो गए। इसी बीच कोलकाता स्थिति बीजेपी कार्यालय के बाहर कैलाश विजयवर्गीय का एक पोस्टर देखने को मिला। जिस पर उन्हें TMC सेटिंग मास्टर बताया गया है।
मुकुल रॉय और विजयवर्गीय मिल रहे गले!
बीजेपी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में बीजेपी के महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की तस्वीर है। उन्हें TMC सेटिंग मास्टर बताया गया है और वापस जाओ की बात कही गई है। उस पोस्टर पर विजयवर्गीय और मुकुल रॉय के गले मिलते वक्त ली गई तस्वीर है, जो करीब साढ़े तीन साल तक भाजपा में रहने के बाद इस महीने के शुरु में तृणमूल कांग्रेस पार्टी में लौट गए। हालांकि, बाद मे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इन पोस्टरों को हटा दिया।
बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी का पलटवार
बीजेपी के दिग्गज नेता राहुल सिन्हा ने इस घटना के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘इसके लिए तृणमूल जिम्मेदार है, वे हमारे बीच भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहते हैं।‘ बीजेपी के आरोपों पर टीएमस ने जबरदस्त पलटवार किया। टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने बीजेपी के आरोपों को आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल भाजपा आंतरिक संघर्ष के दौर से गुजर रही है और पुराने नेताओं तथा पार्टी में नए आए लोगों के बीच द्वंद्व चल रहा है। यह घटना उसी का नतीजा है।‘
बीजेपी नेता ने विजयवर्गीय को ठहराया था हार का जिम्मेदार!
बता दें, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी अपनी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। 294 विधानसभा सीटों वाले बंगाल में बीजेपी 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया था लेकिन पार्टी मात्र 77 सीटों पर ही सिमट गई। टीएमसी ने इस चुनाव में 213 सीटों पर कब्जा जमाया। पिछले दिनों बीजेपी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने सार्वजनिक रुप से विजयवर्गीय जैसे दूसरे राज्य के नेताओं के अति हस्तक्षेप को विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया था। जिसके बाद से ही बवाल मचा हुआ है।